अब गरीबों के बच्चे भी बोलेंगे फर्राटेदार English, दिल्ली सरकार ने शुरू किया 'स्पोकन इंग्लिश कोर्स'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के माता-पिता को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पोकन इंग्लिश प्रोग्राम (Spoken English Program) का ऐलान किया है।;
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के माता-पिता को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पोकन इंग्लिश प्रोग्राम (Spoken English Program) का ऐलान किया है। अरविंद केजरीवाल ने इंग्लिश स्पोकन प्रोग्राम के बारे में बताया कि हम उन युवाओं के लिए 'स्पोकन इंग्लिश' प्रोग्राम की घोषणा कर रहे हैं जिनमें कम्युनिकेशन स्किल (Communication Skills) की कमी है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी ऑफ स्किल्स एंड एंटरप्रेन्योरशिप इस प्रोग्राम को चलाएगी। केजरीवाल ने कहा कि हालांकि यह कोर्स फ्री है, लेकिन शुरुआत में 950 रुपये की सिक्योरिटी रखवाई जाएगी। यदि आप कोर्स पूरा कर लेते हैं तो कोर्स के अंत में आपको 950 रुपये वापस मिलेंगे। हम नहीं चाहते कि कोई 3-4 दिन में कोर्स छोड़ दे और सीट खराब हो। सीएम ने कहा कि 1 साल में 1 लाख बच्चों को ट्रेनिंग (training) दी जाएगी।
पहले चरण में दिल्ली में 50 केंद्र खोले जा रहे हैं। इसमें 18 से 35 साल के युवाओं को प्रवेश मिलेगा। यह कोर्स 3 से 4 महीने का होगा। शाम और सप्ताहांत के पाठ्यक्रम की सुविधा उपलब्ध होगी। केजरीवाल ने कहा कि गरीब, निम्न और मध्यम वर्ग के बच्चों के हाथ अंग्रेजी में तंग हैं। वे ठीक से अंग्रेजी नहीं बोल पाते हैं और इस वजह से कई बच्चे जीवन में पीछे छूट जाते हैं, उन्हें नौकरी मिलना भी मुश्किल हो जाता है, क्योंकि उनका संचार कौशल कमजोर होता है।
सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार (Delhi Government) ऐसे बच्चों के लिए खास कार्यक्रम लेकर आई है। केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली के अंदर शिक्षा के क्षेत्र में जबरदस्त क्रांति आई है, अब गरीबों के बच्चे सरकारी स्कूलों (Government Schools) में अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे अन्य बच्चों से कमजोर हों, जिनके पास सुविधाएं हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार उन बच्चों के लिए स्पोकन इंग्लिश (Spoken English) का प्रोग्राम लेकर आई है, जिनकी अंग्रेजी कमजोर है।