दिल्ली मेट्रो परिचालन की 20वीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन, जापान के राजदूत मौजूद

दिल्ली मेट्रो परिचालन की 20 वीं वर्षगांठ और भारत-जापान की मैत्री के 70वें साल के उपलक्ष्य में शनिवार 24 दिसंबर 2022 को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने वेलकम मेट्रो स्टेशन पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया।;

Update: 2022-12-25 01:41 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो परिचालन की 20 वीं वर्षगांठ और भारत-जापान की मैत्री के 70वें साल के उपलक्ष्य में शनिवार 24 दिसंबर 2022 को दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने वेलकम मेट्रो स्टेशन पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। स्टेशन पर दिल्ली मेट्रो की बुनियाद रखने से वर्तमान में प्रचलित लाइनों द्वारा भारत-जापान की मैत्री की झलकियों को प्रस्तुत किया गया है। इस स्थायी प्रदर्शनी में दिखाया गया है कि मेट्रो के निर्माण में जापान की कितनी अहम भूमिका रही है। इस अवसर पर डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार के अलावा भारत में जापान के विशिष्ट राजदूत सुजुकी हिरोशी, भारत में जाइका (जेआईसीए) कार्यालय के मुख्य प्रतिनिधि सैटो मित्सुनोरी व दोनों संगठनों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस अवसर पर मार्शल आर्ट के द्वारा सेल्फ डिफेंस कैसे करे दिखाया गया, कथक नृत्य व लोक डांस गिद्दा का प्रदर्शन भी किया गया।

इस मौके पर मौजूद अतिथियों ने जापान भारत के संबंधों पर अपने विचार रखे और मेट्रो सेवा को बेहतरीन यातायात साधन करार दिया। सनद रहे कि दिल्ली मेट्रो ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर 2002 को पहली वाणिज्यिक मेट्रो की शुरुआत की थी। जबकि ठीक एक दिन पहले 24 दिसंबर 2002 को अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली में पहली मेट्रो को हरी झंडी देकर शुरुआत की थी। दस लाइन का नाम रेड लाइन शाहदरा से तीस हजारी था, जो कि उस समय महज 8.2 किलोमीटर लंबी ही थी। 20 वीं वर्षगांठ के अवसर पर डीएमआरसी ने अपने यात्रियों के लिए बकायदा उसी मेट्रो ट्रेन को ट्रैक पर उतारा जिसमें बैठकर सबसे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली में पहली मेट्रो की शुरुआत करते हुए हरी झंडी दिखाई थी।

इस छह कोच की मेट्रो को विशेष रूप से ट्रैक पर सजा संवार कर उतारा गया था। डीएमआरसी ने मीडिया के लिए एक कोच की व्यवस्था कर रखी थी जिसमें उन्हें यात्रा करवाई गई। बता दें कि वर्ष 2002 में महज 8.5 किमी से शुरू हुई डीएमआरसी की यात्रा 20 साल में बढ़कर 391 किमी हो गई है। इस समय 12 कॉरिडोरों (नोएडा-ग्रेटर नोएडा और रैपिड मेट्रो, गुरुग्राम) सहित परिचालन में है और उन पर कुल 286 स्टेशन चल रहे है। डीएमआरसी के फेज चार की परियोजना के पूरा होने के बाद इसमें 65 किमी. का और नया नेटवर्क जुड़ जाएगा, जिसके बाद कुल लंबाई 450 किमी से ज्यादा होगी जो दुनिया की सबसे बड़ी मेट्रो होगी। वर्तमान में दो लाइनों पर ड्राइवरलेस मेट्रो परिचालन किया जा रहा है।

जापानी राजदूत ने हिंदी में संदेश देकर जीता दिल

नमस्कार देवी और सज्जनों, मैं भारत में जापान का राजदूत सुजुकी हिरोशी हुं। जैसे ही जापान के राजदूत ने हिंदी भाषा में बोलना शुरू किया कार्यक्रम में चारों तरफ तालियों की गड़गड़ाहट गुंज गई। किसी को उम्मीद भी नहीं थी कि जापानी महामहिम भी हिंदी में लोगों को संबोधित करेंगे। उन्होंने अपने विचार व संदेश हिंदी के साथ साथ इंग्लिश भाषा में भी दिया। महामहिम सुजुकी हिरोशी ने अपने भाषण का अंत भी हिंदी भाषा में धन्यवाद के साथ किया। इससे पहले दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक सतीश कुमार ने भी अपने संदेश की शुरुआत जापानी भाषा में पढ़कर शुरू की। इस अवसर पर सुजुकी हिरोशी ने कहा कि दिल्ली मेट्रो जापान से भी बड़ी मेट्रो सेवा बन गई है। उन्होंने हिंदी में बताया कि इस समय मेट्रो की लंबाई कितनी है, कितने स्टेशन है। इसके अलावा महामहिम ने दिल्ली मेट्रो को सुनहरे भविष्य की शुभकामनाएं भी दी।

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