Sunday Special: UPSC की तैयारी के लिए छात्रों को मिलेंगे एक लाख रुपये, आप भी इस योजना का उठाएं फायदा, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

Sunday Special: दिल्ली सरकार की 'जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना' के अंतर्गत आवेदन करने वाले एससी और एसटी वर्ग के छात्रों को सभी सिविल आकांक्षी को 12 महीने की कोचिंग के लिए एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी और इसी के साथ अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा के लिए (एमबीए क्लाट आदि) 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। पहले यह राशि प्रतिमाह 2500 रूपये की स्कालरशिप आर्थिक सहायता के रूप में दी जा रही थी।;

Update: 2021-07-04 04:34 GMT

दिल्ली सरकार (Delhi Government) आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को सिविल सर्विस (UPSC) की तैयारी के लिए बेहतरीन मौका दे रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने अनुसूचित जाति (SC) तथा अनुसूचित जन जाति (ST) वर्ग के प्रतिभाशाली छात्रों के लिए योजना चला रही है। जिसका नाम 'जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना' (Jai Bhim Mukhyamantri Pratibha Vikas Yojana) है। इस योजना अंतर्गत एससी और एसटी वर्ग के प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान कर रही है। इन छात्रों को आईपीएस, आईएएस, और आईआरएस बनने के लिए इनकी राहें सीएम अरविंद केजरीवाल ने आसान कर दी है। इस योजना के अंतर्गत कोचिंग का पूरा खर्च दिल्ली सरकार उठा रही है। तो आईए इस योजना से संबंधित आपको अहम जानकारी देते है।


दिल्ली सरकार की 'जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना' के अंतर्गत आवेदन करने वाले एससी और एसटी वर्ग के छात्रों को सभी सिविल आकांक्षी को 12 महीने की कोचिंग के लिए एक लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी और इसी के साथ अन्य व्यवसायिक पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा के लिए (एमबीए क्लाट आदि) 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। पहले यह राशि प्रतिमाह 2500 रूपये की स्कालरशिप आर्थिक सहायता के रूप में दी जा रही थी। यह योजना छात्राओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि इस योजना का लाभ छात्र केवल 2 बार ही उठा सकते है। इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने वाले छात्र दिल्ली स्कूलों से 10वीं तथा 12वीं अच्छे अंक के पास होने आवश्यक है। इस योजना के तहत छात्रों के परिवार की वार्षिक आय 2 लाख से कम है तो उन छात्रों का सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाएगी और अगर छात्रों के परिवार की वार्षिक आय 2 लाख से 6 लाख के बीच है तो छात्रों की कॉचिंग का खर्च 75 फीसदी ही सरकार उठाएगी बाकि खर्च छात्रों को खुद ही देना होगा।


इस योजना के अंतर्गत बहुत जल्द ऑफलाइन और ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से कोचिंग दोबारा से शुरू होने जा रही है। इस बात का निर्णय एससी एसटी ओबीसी कल्याण विभाग के द्वारा आयोजित की गई बैठक में लिया गया। यह बैठक 18 जून 2021 को आयोजित की गई थी। इस बैठक को विभाग के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की अध्यक्षता में आयोजित किया गया था। इस बैठक में एससी एसटी ओबीसी कल्याण विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं सचिव भी मौजूद थे।


इस योजना के अंतर्गत दोबारा से क्लास शुरू करने की संभावनाओं पर बैठक में चर्चा की गई। सभी अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए जिसमें यह कहा गया कि इस योजना के अंतर्गत ऑफलाइन क्लासेस का आरंभ कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए किया जाए और यदि ऑफलाइन क्लास शुरू करना संभव ना हो तो बच्चों की क्लास ऑनलाइन के माध्यम से कोचिंग शुरू की जाए। ऑनलाइन क्लास में किसी भी प्रकार की परेशानी ना आए इसके लिए विभाग द्वारा एक निगरानी समिति का भी गठन किया जाएग। इस निगरानी समिति द्वारा पढ़ाई की गुणवत्ता सुनिश्चित करना का कार्य किया जाएगा। 

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