ताहिर हुसैन का कबूलनामा, दिल्ली हिंसा को भड़काने में था उसका हाथ
ताहिर ने बताया कि पार्षद बनने के बाद से ही उसके मन में था कि दूसरे समुदाय के लोगों को सबक सिखाना है। इसके बाद से वह लगातार सही मौके के इंतजार में था।;
दिल्ली पुलिस को उत्तरी पूर्वी दिल्ली में हिंसा के मुख्य आरोपी ताहिर हुसैन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पूछताछ में ताहिर हुसैन ने पुलिस को सब कुछ बता दिया है इस के पीछे पीएफआई की साजिश थी जिसका खुलासा खुद ताहिर हुसैन ने की। इसमें वह भी शामिल था। हालांकि पीएफआई के लोगों पर बारे में जांच हो रही है। यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि पीएफआई फंडिंग या हिंसा में शामिल था। ऐसे ही एक नाम निकलकर सामने आया है खालिद सैफी जो सीधे पीएफआई से जुड़े होने की बात कहीं है।
पुलिस की पूछताछ में ताहिर हुसैन ने बताया कि खैलिद सैफी ने जनवरी के महीने में उमर खालिद से मिलवाया था और ताहिर से कहा गया था कि वह अपने घर पर बोतल तेजाब और पत्थर जमा कर लें। सैफी ने हिंसा की पूरी तैयारी कर ली थी।
ताहिर हुसैन को हंगामा मचाने के लिए लोग भी दिये गये थे। यह सब प्लान के तहत हो रहा था। खालिद सैफी ने अपने सोर्स की मदद से लोगों को सड़कों पर धरने-प्रदर्शन के लिए जमा किया। खालिद सैफी ने अपनी दोस्त इशरत जहां के साथ मिलकर सबसे पहले शाहीन बाग की तर्ज पर खुरेजी में धरना-प्रदर्शन शुरू कराया।
ताहिर ने बताया कि जब वह 2017 में आम आदमी पार्टी का पार्षद बना तो उसके मन में था कि अब वह पैसा और पावर के बल पर दूसरे समुदाय के लोगों को अपना निशाना बना सकता है और तब से वह इस मौके के तलाश में था।