दिल्ली के चिड़ियाघर में सफेद बाघ मौत, 'इनब्रीडिंग' से जुड़ी समस्याओं का संदेह
दिल्ली के चिड़ियाघर में रविवार को हुई सफेद बाघ के शावक की मौत के मामले में अधिकारियों ने बताया कि उसमें संक्रमण या अन्य किसी बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखे।;
दिल्ली के चिड़ियाघर (Delhi Zoo) में रविवार को हुई सफेद बाघ (White Tiger) के शावक की मौत के मामले में अधिकारियों ने बताया कि उसमें संक्रमण या अन्य किसी बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखे थे। एक अधिकारी नाम उजागर न करने की शर्त पर गुरुवार को बताया कि इससे पता चलता है कि शावक की मौत 'इनब्रीडिंग' से जुड़ी आनुवांशिक समस्याओं से हुई।
इसके साथ ही एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) से मिली रिपोर्ट में बाघ के संक्रमण या किसी अन्य बीमारियों से पीड़ित नहीं होने की पुष्टि हुई है। बाघिन सीता (7) ने 24 अगस्त को तीन शावकों (दो नर और एक मादा) को जन्म दिया था।
चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया कि शावक लंगड़ा रहा था। जिसके चलते एक शावक की रविवार को मौत हो गई थी। दो अन्य शावकों में भी इसी तरह के लक्षण दिख रहे हैं। उन्होंने बताया कि सफेद बाघ कोई प्रजाति नहीं, बल्कि एक आनुवंशिक उत्परिवर्तन (Genetic Mutation) का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि सफेद बाघों की आबादी को बनाए रखने के लिए आक्रामक एलील वाले बंदी बाघों के बीच कई पीढ़ियों से अंतः प्रजनन कराया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर आनुवंशिक समस्याएं सामने आती हैं। अधिकारी ने बताया कि सफेद बाघों में नवजात मृत्यु दर अंतः प्रजनन के कारण अधिक है।