जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में CRPF जवान की बंदूक छीनकर भागा संदिग्ध, सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक संदिग्ध सीआरपीएफ जवान की बंदूक छीनकर फरार हो गया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और उसे पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।;
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में आतंकवादियों (Terrorists) के खिलाफ सरकार द्वारा की जा रही सख्त कार्रवाही के चलते घाटी में इस वक्त आतंकियों के पास हथियारों की भारी कमी चल रही है। बिना हथियारों के वारदातों को अंजाम देना दहशगर्दों के लिए काफी परेशानी का सबब बन गया है। इसी बीच खबर है कि पुलवामा (Pulwama) में एक संदिग्ध सीआरपीएफ जवान की बंदूक छीनकर फरार हो गया।
इसके बाद सुरक्षाबलों ने इसे पकड़ने के लिए पूरे इलाकों को घेर कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, सीआरपीएफ की 183 वीं बटालियन के जवान पुलवामा के राजपोरा इलाके में गश्त कर रहे थे, तभी एक संदिग्ध व्यक्ति ने सीआरपीएफ (CRPF) के एएसआई (ASI) की राइफल छीन ली और मौके से फरार हो गया। शख्स की पहचान इरफान अहमद के रूप में हुई है।
सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की टीमें उस शख्स को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र शासित प्रदेश की कानून व्यवस्था और आतंकवाद के खिलाफ 2022 में की गई कार्रवाई का ब्यौरा दिया था। उन्होंने बताया कि 2022 में 56 पाकिस्तानी नागरिकों सहित कुल 186 आतंकवादी मारे गए और 159 गिरफ्तार किए गए।
डीजीपी (DGP) ने कहा कि आतंकवाद और आतंकियों पर नकेल कसने के लिहाज से सुरक्षा बलों के लिए यह साल सबसे सफल रहा। डीजीपी दिलबाग सिंह (DGP Dilbag Singh) ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में जीरो टेरर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं। डीजीपी ने कहा कि 146 पाकिस्तान निर्मित आतंकी मॉड्यूल, जिनमें 4 से 5 सदस्य शामिल थे, जिन्हें चुनिंदा और लक्षित हत्याओं, ग्रेनेड और आईईडी हमलों को अंजाम देने का काम सौंपा गया था, उनका भी 2022 में भंडाफोड़ किया गया था।