Kashmiri Pandit Killing: टारगेट हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, जानें पूरा मामला

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बीते गुरुवार को कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी की बडगाम जिले के चदूरा में उनके कार्यालय के अंदर आतंकवादियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।;

Update: 2022-05-13 07:01 GMT

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर (UT Jammu Kashmir) में कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandit Murder's) की हालिया हत्याओं के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। विरोध प्रदर्शन (Protest) कर रहे प्रदर्शनकारी बडगाम में एयरपोर्ट रोड की ओर जा रहे थे। पुलिस (Jammu Kashmir Police) ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मानें। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पर आंसू गैस के गोले दागे। जिसका वीडियो भी समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से जारी किया गया है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बीते गुरुवार को कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी की बडगाम जिले के चदूरा में उनके कार्यालय के अंदर आतंकवादियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के बाद जम्मू कश्मीर में कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रवासियों के लिए विशेष रोजगार पैकेज के तहत क्लर्क की नौकरी पाने वाले कश्मीरी पंडित राहुल भट को चदूरा कस्बे में तहसील कार्यालय के अंदर आतंकियों ने गोली मार दी। 

गंभीर रूप से घायल हुए राहुल भट ने दम तोड़ दिया था। प्रदर्शनकारी कश्मीरी पंडितों ने टारगेट हत्या के मद्देनजर सुरक्षा की मांग की है। एसोसिएशन के सदस्य संदीप भट ने कहा, हम सरकार से हमें उन जगहों पर फिर से स्थापित करने के लिए कहते हैं जहां हम पुनर्वास (rehabilitated) महसूस करते हैं। कश्मीरी पंडित अमित ने कहा, एलजी प्रशासन हमें सुरक्षा प्रदान करे। अन्यथा हम अपने-अपने पदों से सामूहिक इस्तीफे का सहारा लेंगे। बता दें कि कश्मीरी पंडित की हत्या के बाद कई जगहों पर कैंडल मार्च भी निकाला गया है। 

बता दें कि 30 साल की उम्र में भट की हत्या की खबर सुनकर परिजन, रिश्तेदारों और पड़ोसियों में शोक की लहर है। भट के परिवार में उनके माता-पिता, पत्नी और एक नाबालिग बेटी है। बडगाम जिले के शेखपोरा प्रवासी कॉलोनी में वे अपनी उनकी पत्नी और बेटी के साथ रहते थे। दक्षिण कश्मीर के मट्टन में भाजपा के नगर पार्षद राकेश कौल ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा चुनिंदा हत्याएं पूरे समुदाय के लिए चिंता का कारण हैं, खासकर घाटी में सेवा करने वालों के लिए। उन्होंने भट की मौत पर शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा है कि हमने अपनी जान जोखिम में डाल दी है और अपनी जड़ों से फिर से जुड़ने की उम्मीद के साथ कश्मीर लौट आए हैं। भट के पड़ोसियों ने कहा कि वह एक सज्जन व्यक्ति थे और उनकी हत्या की खबर उनके लिए सदमे की तरह थी।

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