कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए चंडीगढ़ में भी पटाखे जलाने पर लगी रोक
देश के कई राज्यों ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए दिवाली के अवसर पर पटाखे जलाने पर रोक लगा दी है। इसी कड़ी में अब चंडीगढ़ में पटाखे जलाने पर रोक लगाने का फैसला किया गया है।;
देश के कई राज्यों ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए दिवाली के अवसर पर पटाखे जलाने पर रोक लगा दी है। इसी कड़ी में अब चंडीगढ़ में पटाखे जलाने पर रोक लगाने का फैसला किया गया है। शुक्रवार को कर्नाटक सरकार ने जहां पटाखों पर बैन का ऐलान किया तो शाम को केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ ने भी पटाखे जलाने पर बैन लगा दिया।
चंडीगढ़ प्रशासन ने ये फैसला आपदा प्रबंधन कानून के तहत लिया है। इसके साथ ही प्रशासन ने पटाखे बेचने के लिए जारी किए जाने वाले अस्थायी लाइसेंस पर रोक लगा दी है, बावजूद इसके कि प्रशासन ने लाइसेंस जारी करने के लिए ड्रॉ का आयोजन किया था।
पटाखों के धुंआ फेफड़ों के लिए हानिकारक
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बुलाई बैठक में केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि डॉक्टरों की सलाह है कि पटाखे जलाने से निकलने वाला धुआं फेफड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है, और ऐसे में नागरिकों को इससे बचना चाहिए या फिर त्यौहारों के दौरान पटाखे जलाने को ज्यादा से ज्यादा नियंत्रित किया जाए।
उन्होंने कहा कि जरूरत इस बात कि है कि शहर को प्रदूषण मुक्त रखा जाए ताकि फेफड़े से संबंधित बीमारियां बढ़ने ना पाए और कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भी इजाफा ना हो। चंडीगढ़ प्रशासन के सलाहकार मनोज परीदा ने कहा कि अगले आदेश तक आपदा प्रबंधन कानून के तहत पटाखों पर बैन लगा दिया गया है। चंडीगढ़ प्रशासन ने ये फैसला आपदा प्रबंधन कानून के तहत लिया है। इसके साथ ही प्रशासन ने पटाखे बेचने के लिए जारी किए जाने वाले अस्थायी लाइसेंस पर रोक लगा दी है।