भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार IAS संजय पोपली के बेटे की मौत, मां ने विजिलेंस पर लगाया आरोप, कहा- जब तक दोषियों की वर्दी...

भ्रष्टाचार (Corruption) के एक मामले में गिरफ्तार (Arrested) पंजाब के आईएएस अधिकारी संजय पोपली ( IAS Officer Sanjay Popli) के इकलौते बेटे कार्तिक पोपली (Karthik Popli) की शनिवार को चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।;

Update: 2022-06-25 13:34 GMT

भ्रष्टाचार (Corruption) के एक मामले में गिरफ्तार (Arrested) पंजाब के आईएएस अधिकारी संजय पोपली ( IAS Officer Sanjay Popli) के इकलौते बेटे कार्तिक पोपली (Karthik Popli) की शनिवार को चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना के वक्त विजिलेंस टीम (Vigilance Team) जांच के लिए चंडीगढ़ स्थित पोपली के घर पहुंची थी।

परिवार का आरोप है कि कार्तिक को विजिलेंस टीम ने गोली मारी हैं। इकलौते बेटे की मौत के बाद मां ने कहा कि उसके बेटे की मौत के लिए पुलिस जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे के खून से सने हाथ तब तक नहीं धोएगी जब तक इन पुलिसकर्मियों की वर्दी नहीं उतर जाती। उन्होंने कहा कि कार्तिक को विजिलेंस टॉर्चर करती थी. विजिलेंस कर्मियों ने बेटे को गोली मारी है। श्री ने कहा कि अगर ये लोग हमारे साथ ऐसा कर सकते हैं तो आम जनता का क्या कर सकते हैं।

वहीं, पुलिस ने उसके सभी आरोपों से इनकार किया है। पुलिस ने कहा कि पोपली के बेटे ने लाइसेंसी पिस्तौल से खुद को गोली मार ली। पिस्टल को सील कर दिया गया है। पुलिस उसका बैलिस्टिक टेस्ट (Ballistic Test) कराएगी।

चंडीगढ़ के एसएसपी कुलदीप चहल ने बताया कि कार्तिक ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। कुलदीप ने कहा विजिलेंस ने संजय पोपली को 4 दिन पहले भ्रष्टाचार के मामले में चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसके खिलाफ जांच की जा रही थी। पोपली को आज मोहाली कोर्ट में पेश किया जाना है। परिजनों का आरोप है कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। विजिलेंस उन पर गलत बयान देने का दबाव बना रही थी।

एसएसपी कुलदीप चहल ने बताया आगे बताया विजिलेंस टीम आईएएस अधिकारी को जांच के लिए उनके घर ले गई थी जब पोपली के बेटे कार्तिक ने ऊपरी मंजिल पर खुद को गोली मार ली। सेक्टर-11 में विजिलेंस टीम के साथ चंडीगढ़ पुलिस भी थी। आरोप है कि आईएएस संजय पोपली (Sanjay Popli) ने एक ठेकेदार से रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद ठेकेदार ने एंटी करप्शन हेल्पलाइन पर पोपली के खिलाफ शिकायत की। ठेकेदार ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस सरकार के दौरान नवांशहर में 7 करोड़ रुपये की सीवरेज परियोजना शुरू की गई थी और पोपली अपने बिलों को साफ करने के लिए एक प्रतिशत रिश्वत की मांग कर रहे थे।

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