पंजाब भाजपा महासचिव मालविंदर सिंह कंग ने कृषि विधेयकों के विरोध में पार्टी से दिया इस्तीफा
पंजाब भाजपा के महासचिव मालविंदर सिंह कंग ने कृषि विधेयकों के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, पर सूत्रों के मुताबिक चर्चा है कि कंग ने इस्तीफा कृषि कानूनों के विरोध में दिया है।;
चंडीगढ़। पंजाब में कृष विधेयकों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। किसान इन विधेयकों के खिलाफ जमकर बवाल काट रहे हैं। वहीं इन विधेयकों के पारित होने के बाद से केंद्र सरकार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। कई उनके समर्थन पार्टियां भाजपा का साथ छोड़ चुकी हैं। वहीं अब पंजाब भाजपा के महासचिव मालविंदर सिंह कंग ने कृषि विधेयकों के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, पर सूत्रों के मुताबिक चर्चा है कि कंग ने इस्तीफा कृषि कानूनों के विरोध में दिया है। इससे पहले भी पंजाब में भाजपा के कई नेता इसी वजह से पार्टी छोड़ चुके हैं। दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों को लेकर आक्रोश आए दिन बढ़ता ही जा रहा है। इस आक्रोश का निशाना सीधे-सीधे भारतीय जनता पार्टी बन रही है। एक और जहां किसान आए दिन भाजपा नेताओं का घेराव कर रहे हैं, वहीं अकाली दल के गठबंधन तोड़ लेने के बाद भाजपा कहीं न कहीं भीतरघात से भी जूझने लगी है।
मालविंदर सिंह कंग ने कहा कि कृषि विधेयकों को लेकर विरोध प्रकट किया। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने देश को अनाज मुहैया करवाया हो और सीमाओं की रक्षा के लिए जवानों को दिया हो, उन्हें गुमराह बताना सही नहीं है। जब उनसे पूछा गया कि क्या आपने खेती कानूनों के बारे में किसानों की आशंकाओं को अपने कोर ग्रुप में रखा तो कंग ने कहा कि पार्टी में किसानी मसलों को समझने वाला ही कोई नहीं है। उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो कर दिया है वह सब ठीक है।