कोरोना की मार से परेशान मां-बेटे ने फंदा लगाकर किया सुसाइड

एक युवक और उसकी मां ने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी। बताया जा रह है कि युवक कोरोना लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हो गया था और उसकी पत्नी की 10 दिन पहले ही गंभीर बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। इसी कारण वह बहुत परेशान था।;

Update: 2020-07-07 06:39 GMT

लुधियाना। कोरोना वायरस की वजह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। कोरोना की मार आम लोगों को इतनी झेलनी पड़ रही है कि अब तो वह बीमारी से कम मानसिक तनाव के शिकार ज्यादा हो रहे हैं। देश में पिछले कई दिनों से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जिसने सरकार की नींद उड़ा दी है। ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना मंगलवार को लुधियाना से आई है, जिसमें एक युवक और उसकी मां ने पंखे से लटक कर अपनी जान दे दी। बताया जा रह है कि युवक कोरोना लॉकडाउन की वजह से बेरोजगार हो गया था और उसकी पत्नी की 10 दिन पहले ही गंभीर बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। इसी कारण वह बहुत परेशान था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा मामले की जांच शुरू कर दी है।

मामला महानगर के डाबा एरिया में पड़ते सतगुरु नगर का है। थाना डाबा प्रभारी पवित्र सिंह ने बताया कि 35 वर्षीय मुनीष मां कृष्णा देवी के साथ किराए के मकान में रह रहा था। दो दिन से उनके घर से कोई गतिविधि नहीं हुई तो शक होने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी तो कमरे का एसी चल रहा था और दोनों मां-बेटे के शव पंखे की हुक में कपड़े के साथ लटक रहे थे।

दोनोंं घर में ही बंद रहते थे

पुलिस को एक पड़ोसी ने बताया कि मुनीष के पिता की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। मुनीष फैक्ट्री में काम करता था, लेकिन कोरोना लॉकडाउन में उसका काम छूट गया था। गंभीर बीमारी से ग्रस्त उसकी पत्नी कुछ समय पहले मायके चली गई थी। दस दिन पहले ही उसकी मौत हो गई। वह उसकी अंतिम रस्में पूरी करके दो दिन पहले ही घर लौटा था। अब पत्नी की मौत से परेशान था। दो-तीन महीने से मुनीष और उसकी मां ने आस-पड़ोस के लोगों से बोलचाल भी बंद कर दी थी। दोनों अपने घर में ही बंद रहते थे।

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