Sanjay Singh ने महिला पत्रकार की अरेस्ट को जायज बताया, NCW ने लिखा पत्र

पंजाब (Punjab) की एक खोजी रिपोर्ट पर कार्य कर रही एक निजी टीवी चैनल की पत्रकार (Journalist) को समाचार कवरेज के दौरान कथित रूप से एक दलित महिला (Dalit Women) को कुचलने के आरोप में 5 मई को स्थानीय पुलिस ने पकड़ लिया था। इसके बाद महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है।;

Update: 2023-05-06 12:14 GMT

पंजाब पुलिस (Punjab Police) की ओर से एक महिला टीवी रिपोर्टर की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया (Social Media) पर बवाल मच गया है। अलग-अलग टैग से पंजाब पुलिस के साथ ही आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सरकार पर भी निशाना साधा जा रहा है। आरोप है कि महिला पत्रकार को झूठे एससीएसटी एक्ट (SC/ST Act) में फंसाया गया है। सोशल मीडिया पर बढ़ते बवाल के बाद आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने पार्टी की ओर से पक्ष रखा।

आप के नेता संजय सिंह ने ट्वीट में लिखा कि पंजाब में बीजेपी के एक टीवी चैनल के पत्रकार ने एक दलित महिला पर गाड़ी चढ़ा दी और उसको जातिगत गालियां दीं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी हमेशा से दलित विरोधी है। पंजाब सरकार ऐसे दलित विरोधी लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन ले। उन्होंने आगे ट्वीट में लिखा कि पंजाब की अदालत ने प्रथम दृष्टया उस टीवी रिपोर्टर को दोषी मानकर 19 मई तक हिरासत में भेजा। संजय सिंह ने पत्रकार की गिरफ्तारी पर सवाल उठाने वालों पर भी निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या उन्हें अदालत पर भरोसा नहीं है। 

सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं

महिला पत्रकार की गिरफ्तारी को लेकर सोशल मीडिया पर मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। गिरफ्तारी का विरोध करने वाले यूजर्स का दावा है कि जिस वक्त महिला पत्रकार को गिरफ्तार किया गया, उस वक्त वहां कोई भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। साथ ही, बीजेपी का आरोप है कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हुए स्टिंग का बदला इस तरह से लिया गया है। भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा (Tajinder Pal Singh Bagga) ने कहा कि पंजाब पुलिस ने केजरीवाल के शीश महल का पर्दाफाश करने के लिए महिला पत्रकार को गिरफ्तार कर लिया। पंजाब पुलिस पंजाब में ड्रग्स की तस्करी रोकने में सफल नहीं रही है, लेकिन आप के निर्देश पर कार्य कर रही है। उधर, कई यूजर्स का कहना है कि पंजाब पुलिस ने सही कार्रवाई की है। किसी को भी यह हक नहीं है कि किसी को जाति का नाम लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करें।  

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महिला आयोग ने लिया संज्ञान

महिला पत्रकार को पंजाब पुलिस (Punjab Police) द्वारा गिरफ्तार करने के बाद महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया है। महिला आयोग (National Commission for Women) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक को मामले में हस्तक्षेप करने और इसकी निष्पक्ष कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। इसमें रेखा शर्मा ने बताया कि महिला पत्रकार को गिरफ्तार करने के दौरान मौके पर कोई भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। बिना कारण बताए ही उसे गिरफ्तार किया गया है। पुलिस महानिदेशक को चार दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए भी कहा है।

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