Amritpal singh: बैसाखी तक सरेंडर कर सकता है अमृतपाल सिंह! सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट मोड पर
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के बैसाखी तक सरेंडर करने की अटकलें बढ़ती जा रही हैं। इसके बाद सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट मोड पर आ गई हैं और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।;
23 दिन के बाद भी वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है। इसी बीच अमृतपाल सिंह के सरेंडर करने की अटकलें तेजी से बढ़ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से एक विशेष सभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें अटकले लगाई जा रही हैं कि अमृतपाल बैसाखी तक सरेंडर कर सकता है। इस बैठक में देश और विदेश के जत्थेदार, निहंग और सिख बुद्धिजीवी सम्मिलित होने वाले हैं।
सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट मोड पर
अमृतपाल के सरेंडर करने की अटकलों के बीच पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट मोड पर हैं। तलवंडी में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पंजाब के बड़े अधिकारियों समेत तमाम पुलिस कर्मचारियों के अवकाश को रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस कार्यालयों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारियों को कोई अवकाश न दें।
अमृतपाल की खोजबीन के लिए कहां तक पहुंची पुलिस
पंजाब पुलिस और जांच एजेंसिया अमृतपाल सिंह की तलाश में तेजी से जुटी हुई हैं। साथ ही, उसकी गिरफ्तारी के लिए उसके अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दे रही है। पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को होशियारपुर जिले में भी डेरों समेत अमृतपाल के छिपने के लिए संभावित स्थानों पर दबिश दी। प्रमुख जगहों पर बैरिकेड्स लगा दिए गए ताकि वो बचकर बाहर न निकल सके। हालांकि अभी तक अमृतपाल का कोई पुख्ता सुराग हाथ नहीं लग सका है। कई रिपोर्ट्स के हवाले से बताया जा रहा है कि अमृतपाल अब बठिंडा में सरेंडर कर सकता है। ऐसे में पुलिस ने होशियारपुर से लेकर बठिंडा तक निगरानी तेज कर दी है।
दो वीडियों और एक ऑडियो क्लिप कर चुका जारी
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल 18 मार्च के बाद से फरार चल रहा है। बीते कुछ दिन पहले उसने दो कथित वीडियो और सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप जारी किया था। एक वीडियों में उसने बताया था कि वह भगोड़ा नहीं है और जल्द ही दुनिया के सामने पेश होगा। पहले बताया जा रहा था कि अमृतपाल अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में जाकर आत्मसम्पर्ण कर सकता है। इसके बाद से पुलिस और जांच एजेंसियों ने स्वर्ण मंदिर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी थी। बावजूद इसके अभी तक अमृतपाल पुलिस के शिकंजे से दूर है।