रवींद्र जडेजा ने बयां किया दर्द, कहा- डेढ़ साल तक ठीक से नहीं सोया

ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) भारतीय टीम से बाहर होने के बाद डेढ़ सालों तक सो नहीं पाए थे। 2017 के बाद जडेजा टी20 से दो साल, वनडे से एक साल और टेस्ट टीम से करीब 6 महीने तक बाहर हो गए थे।;

Update: 2021-05-30 11:58 GMT

खेल। भारतीय टीम (Team India) के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) इन दिनों इंग्लैंड दौरे (England tour) की तैयारियों में जुटे हुए हैं। वहीं वर्ष 2018 के इंग्लैंड दौरे से पहले वह काफी समय तक भारतीय टेस्ट और वनडे टीम (Test and ODI team) से बाहर थे। जिसके बाद उस दौरे ने उनके क्रिकेट करियर (Cricket career) को बदल को डाला। अब जडेजा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब जीतने के लिए बेकरार है। बता दें कि जडेजा भारतीय टीम के उन चुंनिदा खिलाड़ियों में हैं, जो तीनों फार्मेट में खेलते हैं। जडेजा ने हाल में ही आईपीएल 2021(IPL 2021) में जबरदस्त प्रदर्शन कर अपने फॉर्म में वापसी के संकेत दे दिए हैं।

रातों को ठीक से नहीं सोया

दरअसल जडेजा ने अपने करियर से जुड़े पहलुओं पर एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत की है। जडेजा से 18 महीने तक वनडे और टेस्ट टीम से बाहर रहे। रहने पर जोरदार वापसी कैसे की? जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'सच कहूं तो वो डेढ़ साल रातों की नींद हराम कर गए। उस दौर में मुझे याद है कि मैं सुबह 4-5 बजे तक उठ जाता था। मैं सोच रहा था कि क्या करूं, मैं वापसी कैसे करूं? मैं सो नहीं सका। मैं लेटा रहता था, लेकिन जगा ही रहता। मैं टेस्ट टीम में था, लेकिन खेल नहीं रहा था। मैं वनडे नहीं खेल रहा था। साथ ही मैं घरेलू क्रिकेट भी नहीं खेल रहा था, क्योंकि मैं भारतीय टीम के साथ यात्रा कर रहा था। मुझे खुद को साबित करने का कोई मौका नहीं मिल रहा था। मैं सोचता रहता कि मैं वापस कैसे आऊंगा।'

ओवल टेस्ट ने बदला खेल

साल 2018 ओवल टेस्ट में 332 रन का पीछा करते हुए एक समय भारतीय टीम छह विकेट पर 160 रन बनाकर संघर्ष कर रही थी। जडेजा ने उस मैच में शानदार 86 रन बनाए, जिसके बाद उनके प्रदर्शन पर कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि यह ऑलराउंडर दुनिया में कहीं भी खेल सकता है। इस मैच को याद करते हुए जडेजा ने कहा, 'उस टेस्ट ने मेरे लिए सब कुछ बदल दिया। पूरा खेल। मेरा प्रदर्शन, मेरा आत्मविश्वास, सब कुछ, जब आप सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ अंग्रेजी परिस्थितियों में स्कोर करते हैं, तो यह आपके आत्मविश्वास को बहुत प्रभावित करता है। यह आपको महसूस कराता है कि आपकी तकनीक दुनिया में कहीं भी स्कोर करने के लिए काफी अच्छी है। बाद में हार्दिक पंड्या चोटिल हो गए और मैंने वनडे में वापसी की। तब से मेरा खेल अच्छा चल रहा है। मुझे याद है कि जब मैं उस टेस्ट में बल्लेबाजी के लिए गया था, तो पहले से कोई योजना नहीं थी। मैंने अपना समय लिया और डेब्यू कर रहे हनुमा विहारी को भी ऐसा करने को कहा।'

आईपीएल से पहले कड़ा अभ्यास

वहीं आईपीएल 2021 में अपने प्रदर्शन पर जडेजा कहते हैं, 'मैंने अपने ट्रेनिंग के तरीकों में सुधार किया। क्योंकि मुझे एहसास हुआ कि टी-20 में मुझे टाइमिंग के अलावा पॉवर हिटिंग की जरूरत है। जब आप टेस्ट की तरह रन बनाने की जल्दी में नहीं होते हैं तो टाइमिंग आपके काम आता है। मैंने सीजन से पहले ट्रेनिंग सेशन बढ़ाया। साथ ही शरीर के ऊपरी हिस्से और कंधे पर बहुत काम किया। आईपीएल 2020 से पहले डेढ़ महीने का अभ्यास किया था और मैंने एक दिन भी इसे नहीं छोड़ा।'

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