वीरेंद्र सहवाग, शेन वॉटसन ने शेयर किया ऑस्ट्रेलिया की आग का भयानक रूप
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग की भयानक तस्वीर वीरेंद्र सहवाग ने शेयर की है। शेन वॉटसन ने भी कुछ फोटो शेयर कर ऑस्ट्रेलिया की आग का भयावह चेहरा दिखाया है। क्रिस लीन, मैक्सवेल समेत कई ऑस्ट्रेलिया खिलड़ियों ने राहत कोष में डोनेशन देने का ऐलान किया है।;
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग की वीडियो हमें बताती है कि वहां के हालात कितने गंभीर है। कई क्रिकेटर्स ने ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के बचाव कार्य के लिए डोनेशन भी दिया है। हर दिन ऑस्ट्रेलिया से दिल दहला देने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही है।
भारतीय पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी आज एक फोटो साझा की जिसमे एक जला हुआ कंगारू जालियों में फसा है, जो आग से बचकर भागने की कोशिश कर रहा होगा। लेकिन आग की चपेट में आ गया। वहीँ ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर शेन वॉटसन ने भी ऐसी तस्वीरें शेयर की जो वहां के भयानक रूप को बताने के लिए काफी है।
वीरेंदर सहवाग ने लिखा- दिल दहला देने वाली यह तस्वीर है कंगारू की जो दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में लगी आग से बचकर झाड़ियों से निकलने की कोशिश में मारा गया। कांटेदार जालियां भी इनकी मौत की बराबर की जिम्मेदार है। वहीँ शेन वॉटसन ने पांच फोटो शेयर की।
पहली फोटो में राहत कार्य में जुटा एक कर्मचारी, दूसरी फोटो में राहत दल का एक कर्मचारी ऑस्ट्रेलिया का प्रमुख जानवर कोआला को पानी पिला रहा है, कर्मचारी खुद जख्मी हालत में है। तीसरे फोटो में राहत दल का व्यक्ति थका हुआ है लेकिन फिर भी वहीँ खड़ा हुआ है। चौथी फोटो में आग का भयानक रूप और पांचवी फोटो में एक छोटी बच्ची कोआला को लेकर खड़ी है जिसके पीछे भयानक आग लगी हुई है।
शेन वॉटसन ने लिखा- अपने देश को जलते देखना जिसे में बहुत प्यार करता हूं, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और मै इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। जो परिवार इस आग में तबाह हो गए हैं मेरी सांत्वना उनके साथ है। मै राहत दल के कर्मचारियों के बारे में सोच के भी परेशान हूं जो अपनी जान को जोखिम में डालकर अन्य की जान बचा रहे हैं, मै उनका धन्यवाद देना चाहता हूं।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के कई खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग के लिए राहत कोष में डोनेशन देने का एलान किया है। ऑस्ट्रेलिया में आग भीषण है जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को भारत का दौरा भी रद्द करना पड़ा था।