Sunday Special: भारतीय क्रिकेट ड्रेसिंग रूम की Controversial कहानियां, जिन्हें कोई नहीं जानता
Sunday Special: कुछ भारतीय क्रिकेटर्स के ड्रेसिंग रूम की गपशप और कहानियां जिन्हें ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं।;
Sunday Special: आए दिन हम क्रिकेटर्स की जिंदगी से जुड़ी बातों को कहीं ना कहीं पढ़ लेते हैं या किसी ना किसी तरह से जान लेते हैं। क्रिकेटर्स की निजी जिंदगी में आखिर क्या चल रहा है, चाहे उनके अफेयर हों, या किसी और तरह की बातें हमेशा सुर्खियों में ही रहते हैं। लेकिन इस बार के संडे स्पेशल में हम आपको भारतीय क्रिकेट ड्रेसिंग रूम से जुड़ी कुछ बाते बताएंगे जिन्हें कभी कोई नहीं जान सका।
1. जब सचिन और गांगुली को पता चला मैच फिक्स हो गया
1990 के समय में भारतीय क्रिकेट में आए दिन मैच फिक्सिंग की खबरे आती रहती थीं। लेकिन इन्हीं दिनों भारतीय टीम में एक लीडर आया और वो थे सौरव गांगुली जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में फिक्सिंग के धब्बों को मिटाने का काम किया। वहीं 1998 निदहास ट्रॉफी के फाइनल से पहले सचिन तेंदुलकर के पास खबर आई कि अगले दिन होने वाला मैच फिक्स हो गया है। बता दें कि निदाहास ट्रॉफी तीन टीमों भारत, श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच खेली जानी थी। ऐसे में फिक्सिंग की खबर आने से सचिन तेंदुलकर हक्के बक्के रह गए। लेकिन फिर उन्होंने गांगुली को इसकी जानकारी दी, और उन दोनों ने अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने और किसी भी बाहरी प्रभाव से बचने के लिए खेल को स्वयं चलाने का फैसला किया। मैच में अगले दिन दोनों ने शतक जड़ा और भारत ने बिना किसी चिंता के बड़े पैमाने पर जीत हासिल की।
2. कोहली-धवन के बीच ब्रिसबेन में झगड़ा
2014 में ब्रिस्बेन टेस्ट के चौथे दिन जब विराट कोहली और शिखर धवन के बीच झगड़ा हो गया था। बता दें कि इस झगड़े का कारण महज एक गलतफहमी हुई। दरअसल विराट कोहली को लगा कि शिखर धवन ओपनिंग नहीं करना चाहते इसलिए उन्होंने चोटिल होने का बहाना बनाया है। धवन की जगह इस मुकाबले में कोहली को ओपनिंग करनी पड़ी और वो महज 1 रन बनाकर आउट हो गए।
वहीं जब मुकाबले के बाद विराट ने कहा कि शिखर नई गेंद से ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों का सामना नहीं करना चाहते थे इसलिए उन्होंने ये बहाना बनाया। इस पर धवन को गुस्सा आ गया दोनों के बीच खूब कहासुनी हुई। हालांकि बाद में दोनों के बीच सब सही हो गया।
3. जब युवराज ने एमएस धोनी को ट्रोल किया
जब धोनी भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हुए तो युवराज अक्सर उन्हें 'बिहारी' कहकर चिढ़ाते थे। युवराज उन्हें यह भी बताते थे कि बड़े छक्के लगाना कोई बड़ी बात नहीं है, भारत के लिए मैच जीतना ही खिलाड़ी को महान बनाता है। लगता है कि धोनी ने टीम इंडिया के लिए अकेले दम पर जितने मैच जीते हैं, उसे देखते हुए धोनी ने युवराज की सलाह को गंभीरता से लिया।
4. जब पूरी टीम ने दादा के साथ मजाक किया
अपने समय में सौरव गांगुली एक बेहतरीन कप्तान थे, और वह अपने खिलाड़ियों को हमेशा निडर होकर खेलने के लिए प्रेरित करते थे। इसलिए, जब युवराज और आशीष नेहरा ने उनसे कहा कि वे उनकी कप्तानी में नहीं खेलेंगे क्योंकि वे प्रेस में उनके खिलाफ दिए गए कुछ बयानों से आहत थे। तो इसके बाद गांगुली ने अपना पद छोड़ने की पेशकश कर दी। वहीं जब इस मजाक के बाद गांगुली भावुक हो गए हैं तो राहुल द्रविड़ ने उन्हें बताया कि युवराज और नेहरा उनसे मजाक कर रहे हैं। फिर क्या था दादा पूरी टीम के पीछे बल्ला लेकर दौड़ने लगे।
5. जब जॉन राइट ने सहवाग का कॉलर पकड़ लिया
यह घटना 2002 नेटवेस्ट ट्रॉफी के दौरान की है। उस दौरान सहवाग की टीम में तूती बोलती थी। लेकिन वह कुछ समय से खराब शॉट खेलकर आउट हो रहे थे। उस दौरान भारतीय टीम के कोच जॉन राइट थे। वह सहवाग के इस तरह खेलने से काफी नाखुश थे, वह बार-बार सहवाग को अच्छे शॉट खेलना सिखाते थे लेकिन सहवाग बार-बार वही गलती करते थे। अगले मैच में, सहवाग अपना एक ट्रेडमार्क शॉट खेलते हुए आउट हो गए और जॉन राइट ने अपनी बात पर खरे उतरे, सहवाग का कॉलर पकड़ लिया और उन पर भड़क उठे।