Vijay Hazare Trophy: पृथ्वी शॉ ने कर्नाटक के गेंदबाजों को धोया, टूर्नामेंट का चौथा शतक जड़ा
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने कर्नाटक (Karnataka) के खिलाफ टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में शानदार शतक लगाते हुए 165 रनों की पारी खेली। वहीं यह उनका इस टूर्नामेंट में चौथा शतक था।;
खेल। विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में मुंबई (Mumbai) के विस्फोटक पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का एक बार फिर शानदार खेल देखने को मिला। उन्होंने कर्नाटक (Karnataka) के खिलाफ टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में शानदार शतक लगाया। दिल्ली के पालम ए स्टेडियम (Palam A Stadium) में 165 रनों की पारी खेली। वहीं उनका इस टूर्नामेंट में यह चौथा शतक था। बता दें कि, भारत और इंग्लैंड (Ind vs Eng) के बीच 23 से 28 मार्च तक तीन वनडे मैच खेले जाने हैं। जिसके लिए पृथ्वी शॉ की इस धमाकेदार बल्लेबाजी ने चयनकर्ताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जिससे ये कयास लग रहे हैं कि भारतीय टीम (Indian team) में उनका चयन हो सकता है।
दरअसल सेमीफाइनल में कर्नाटक (Karnataka) ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिसके बाद मुंबई की शुरुआत खराब रही। ओपनर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) का बल्ला इस मैच में नहीं चला। वह 6 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। 13 गेंद की पारी में उन्होंने एक चौका लगाया। उन्हें प्रसिद्ध कृष्णा (Prasidh Krishna) ने आउट किया। इसके साथ ही आदित्य तारे 16 रन बनाकर श्रेयस गोपाल (Shreyas Gopal) की गेंद पर बोल्ड हो गए। वहीं पृथ्वी को शम्स मुलानी (Shams Mulani) का साथ मिला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 156 रनों की साझेदारी की। मुलानी 45 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
मुलानी के बाद पृथ्वी शॉ भी पवेलियन लौटे। उन्होंने 122 गेंद की पारी के दौरान कर्नाटक के गेंदबाजों को धूल चटाई। उन्होंने अपनी पारी में 17 चौके और 7 छक्के लगाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 135.25 का रहा। कप्तान पृथ्वी ने टी20 स्टाइल में बल्लेबाजी करते हुए टूर्नामेंट में अपना चौथा शतक पूरा किया। उन्होंने क्वार्टरफाइनल में भी शतक लगाया था। पृथ्वी ने सौराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 185 रनों की पारी खेली थी।
बता दें कि, पृथ्वी ने टूर्नामेंट की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी। उन्होंने दिल्ली के खिलाफ खेले गए पहले मैच में नाबाद 105 रन बनाए थे। इसके बाद महाराष्ट्र के खिलाफ अगले मैच में वह 34 रन बनाकर आउट हुए थे। पुडुचेरी के खिलाफ तीसरे मैच में रिकॉर्ड 227 रन ठोके थे। इसके बाद अगले दो मैचों में उनका बल्ला खामोश रहा था। राजस्थान के खिलाफ 36 और हिमाचल प्रदेश के खिलाफ 2 रन बनाकर आउट हुए। नॉकआउट मुकाबलों में उन्होंने फॉर्म में वापसी की और लगातार दो शतक ठोक दिए हैं।