Amethi के संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड, Congress ने बीजेपी पर लगाया बड़ा आरोप
Sanjay Gandhi Hospital License Suspended: उत्तर प्रदेश के अमेठी में संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया गया है। अब कांग्रेस ने योगी सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया है। पढ़िये पूरा मामलाा...;
Sanjay Gandhi Hospital License Suspended: उत्तर प्रदेश अमेठी में संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। दरअसल इलाज के दौरान लापरवाही बरतने से हुई 22 वर्षीय महिला की मौत के बाद यूपी स्वास्थ्य विभाग ने एक्शन लिया है। इस मामले को लेकर सियासत भी शुरु हो गई है। कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए राजनीतिक प्रतिशोध की भावना का आरोप लगा दिया है।
कांग्रेस हमलावर
पूर्व एमएलसी और कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा, " भाजपा ने जिस तरह से राजीव गांधी के लाइसेंस को सस्पेंड (Sanjay Gandhi Hospital License suspend) किया है। उससे यह स्पष्ट हो गया है कि स्मृति ईरानी अमेठी में विकास नहीं विनाश लेकर आई थीं। विनाश के क्रम में बीजेपी ने संजय गांधी अस्पताल को बंद कर दिया है।" उन्होंने आगे कहा कि यहां लोगों का कम पैसों में यहां इलाज होता है, अन्य अस्पतालों की तुलना में मौतों का आंकड़ा इस अस्पताल में सबसे कम है।
बीजेपी ने कांग्रेस पर किया पलटवार
वहीं, यूपी के स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर सिंह ने संजय गांधी अस्पताल में कथित लापरवाही के कारण हुई मौत पर बयान दिया है और कांग्रेस का पलटवार किया है। स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने मीडिया से बातचीत में संजय गांधी अस्पताल को बंद करने पर कहा कि वो (कांग्रेस नेता) क्या कहना चाहते है कि हम लोगों ने उन्हें निशाना बनाया? क्या यह कांग्रेस का अस्पताल है? क्या कांग्रेस इसकी मालिक है" अगर लापरवाही से किसी महिला की मौत हुई है तो कौन जिम्मेदार है? जब इसके लिए जिम्मेदार डॉक्टर के बारे में पूछने वाले नोटिस का जवाब नहीं दिया तो सरकार निष्क्रिय कैसे रह सकती है। सरकार इस लापरवाही को स्वीकार नहीं करेगी, सख्त कार्रवाई होगी।
डिप्टी सीएम ब्रजेश का बयान
वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में हुई युवती की मौत की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। एक स्थानीय समिति ने मामले की जांच की है। जांच के बाद अस्पताल पर कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी अस्पतालों की नियमित जांच कर रहे हैं। हम ऐसे किसी भी अस्पताल को नहीं छोड़ेंगे, जो लापरवाही या असावधानी के कारण मरीजों को असामयिक मौत के मुंह में धकेलता है। जो अस्पताल लापरवाही बरतते हुए पाया जाता है, उसके खिलाफ सख्ता कार्रवाई की जाएगी।"
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 14 सितंबर को 22 वर्षीय नवविवाहिता की उस समय मौत हो गई, जब वह इलाज के लिए अस्पताल आई थी। दरअसल, महिला का ऑपरेशन होना था। ऑपरेशन से पहले महिला को एनेस्थीसिया का डोज दिया गया था, जिसके बाद महिला की मौत हो गई थी। अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। सीएमओ ने तीन सदस्यों की जांच कमेटी का गठन कर दिया है। जांच कमेटी अस्पताल पहुंचकर हर पहलु से जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
अस्पताल के सीईओ अवधेश शर्मा का बयान
अस्पताल के सीईओ अवधेश शर्मा मामले की जानकारी देते हुए बताया कि शासन की तरफ से अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित किया गया है, जिसके बाद से अस्पताल बंद है। जो मरीज अस्पताल में पहले से भर्ती है, उनका इलाज किया जा रहा है। उसके बाद अगले आदेश तक अस्पताल पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। जिस मामले को लेकर अस्पताल के लाइसेंस को सस्पेंड किया गया, वो पूरी तरह गलत है। सीईओ ने आगे कहा कि महिला के इलाज में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं की गई। हमने अपने सीनियर मैनेजमेंट को पूरी जानकारी दे दी है।
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