इकलौते बेटे की मौत के बाद घर को बना दिया महिला आश्रम

जिंदगी के 68 बसंत देख चुके धनराज तहलान ने अपना जीवन मानव सेवा को सर्मपित कर दिया है।

महिला आश्रम में वर्किंग लेडी व पेंशन प्राप्त करने वाली महिलाएं रह सकती हैं।

Tags

  • 1
  • 2

  • Next Story