निवेश मंत्रा : शेयर ट्रेडिंग के दु:स्वप्नों से ऐसे बचें?

शेयर बाजार में किसी ट्रेडर के दो सबसे बड़े स्वप्न होते हैं और दो दु:स्वप्न भी होते हैं

अगर वह शेयर को बेचकर उस सौदे से बाहर निकलने की कोशिश करता है तो उसे तगड़ा घाटा लग सकता है। और अगर वह उस सौदे में बना रहता है तो उसकी पूंजी निष्क्रिय हो जाती है। कोई नहीं जानता है कि अगर कोई शेयर तीन महीने में पच्चीस फीसदी गिर गया तो उसे वापस रि-कवर करने में कितने महीने या कितने साल लगेंगे। वह रि-कवर कर पाएगा भी या नहीं? इसके विपरीत ऐसा भी देखा गया है कि अगर किसी शेयर के दस फीसदी पतन के बाद किसी ट्रेडर ने उसे खरीदा और वह अगले एक महीने में बारह-चौदह फीसदी उछल गया। लेकिन याद रखिए कि अगर आपने ऐसी खरीद अनुमान के आधार पर की है तो यह तीर नही तुक्का है।

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