13 Mukhi Rudraksha: क्यों पहना जाता है 13 मुखी रुद्राक्ष, जानें इसके कारण और धारण करने के नियम
13 Mukhi Rudraksha: ऐसी मान्यता है कि जो भी जातक 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है उसे तेरह संत की शक्ति प्राप्त होती है। ये रुद्राक्ष तेरह रत्न से संबंधित है। तो आइए जानते हैं 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के नियमों के बारे में...;
13 Mukhi Rudraksha: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सनातन धर्म में रुद्राक्ष का बहुत ही अधिक महत्व माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो जातक रुद्राक्ष धारण करता है उसके अंदर सकारात्मक ऊर्जाओं का वास होने लगता है। शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष में किसी विशेष प्रकार की शक्ति छिपी हुई होती है। शिव पुराण के अनुसार, रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर 21 मुखी तक होता है, जिनमें अलग-अलग तरह की शक्तियां पाई जाती है। आज हम बात करने वाले हैं 13 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जिसका एक अलग ही महत्व है। ऐसी मान्यता है कि जो भी जातक 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करता है उसे तेरह संत की शक्ति प्राप्त होती है। ये रुद्राक्ष तेरह रत्न से संबंधित है। तो आइए जानते हैं 13 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के नियमों के बारे में और ये रुद्राक्ष किसे धारण करना चाहिए और किसे नहीं...
13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम
शास्त्रों के अनुसार, 13 मुखी रुद्राक्ष को मंगलवार के दिन धारण करना अति शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस रुद्राक्ष को धारण करने के लिए मंगलवार के दिन प्रातकाल उठकर स्नान आदि करके पूजा स्थल के सामने पूर्व दिशा की ओर मुख कर बैठकर तांबे के बर्तन में इस रुद्राक्ष को रखें। इसके बाद 13 मुखी रुद्राक्ष पर गंगाजल छिड़ककर 108 बार ओम ह्रीं नमः मंत्र का जाप करें। इसके बाद 13 मुखी रुद्राक्ष को लाल या पीले रंग के रेशमी धागे में बांधकर गले या हाथ में धारण करें या आप इसे चांदी या सोने की चेन में भी धारण कर सकते हैं।
13 मुखी रुद्राक्ष किसे पहनना चाहिए
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, 13 मुखी रुद्राक्ष ऐसे जातक जो मनोरंजन, कंपनी के अध्यक्ष, राजनीति, पेशेवर वार्ताकार, व्यावसायिक, वित्त, अनुसंधान और विज्ञान के क्षेत्र में लगे हुए हैं। ऐसे जातकों को 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से आत्मविश्वास मजबूत होता है इसके साथ ही जातक के आकर्षण और चुंबकत्व को बढ़ाता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।