Hastrekha shastra : जानिए अगर आपके हाथ में भी है M का निशान तो कब मिलेगा आपको पूर्ण लाभ
Hastrekha shastra : जिन व्यक्तियों के हाथों में अग्रेजी अल्फावेट M का निशान बनता है उन लोगों को भाग्य का साथ मिलता है। ऐसे लोग करोड़पति होते हैं। यह निशान लाखों लोगों में से एक व्यक्ति के हाथ में होता है।;
Hastrekha shastra : जिन व्यक्तियों के हाथों में अग्रेजी अल्फावेट M का निशान बनता है उन लोगों को भाग्य का साथ मिलता है। ऐसे लोग करोड़पति होते हैं। यह निशान लाखों लोगों में से एक व्यक्ति के हाथ में होता है। तो क्या सच में ऐसे व्यक्ति करोड़पति होते हैं, क्या सच में ऐसे लोग जहां हाथ डालते हैं वहां से सोना निकाल लेते हैं। क्या सच में ऐसे लोगों को कभी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
इस सृष्टि में ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जन्मा जिसे समस्याओं का सामना ना करना पड़ा हो। तो आइए जानते हैं कि हाथ में बना M का निशान हाथ में बना क्यों है। और बना है तो फिर प्रत्येक व्यक्ति के हाथ में क्यों नहीं बना है।
हस्तरेखा शास्त्र विज्ञान के अंदर M के निशान को बहुत ही सहज तरीके से समझाया गया है। हाथ में बने M को हस्तशास्त्र विज्ञान के अनुसार तीन भागों में विभाजित किया गया है। यह बात भी एक तरीके से सत्य है कि प्रत्येक व्यक्ति के हाथों में M का निशान नहीं बना होता है।
किन व्यक्तियों के हाथ में बना होता है 'M' और क्या होता है इसका फल
शास्त्रों के मत के अनुसार तीन भागों में से पहले भाग का नाम बताया गया है मस्तिक। आपके हाथ में जो M का निशान बना हुआ है उसका पहला भाग जो दिया गया है वह मस्तिक का भाग होता है। अर्थात आपका माइन्ड। इस M अक्षर का विवरण हस्तशास्त्र में देते हुए इसके दूसरे भाग का जो विवरण दिया गया है वह मेहनत का विवरण है। और तीसरे भाग के बारे में बताया गया है कि मेहनत और मस्तिक के पश्चात हाथ में बने इस M के निशान बन जाता है महालक्ष्मी योग। शास्त्रों के मतानुसार यह कथन बिलकुल सत्य है कि जिन भी व्यक्तियों के हाथ में M का निशान होता है ऐसे लोग बुद्धिमान होते हैं। पूर्ण परिश्रम करने के साथ-साथ ऐसे लोग साहसी भी होते हैं। जीवन में सदैव चुनौतियां लेने के लिए तैयार रहते हैं।
महालक्ष्मी योग कब देता है लोगों का साथ
जिन भी लोगों के हाथ में महालक्ष्मी योग होता है। ऐसे लोगों को दैविक शक्तियों के माध्यम से ही और हाथ की रेखाओं के माध्यम से ही यह हिंट दिया जाता है कि आप भाग्य के भरोसे से बिलकुल भी ना बैठें। या फिर इसे ऐसा मान सकते हैं कि दैवीय शक्तियों के माध्यम से आपके हाथ के अंदर यह हिंट होता है कि आपको अपना भाग्य स्वयं लिखना होगा और वो कैसे लिखेंगे तो उसका जबाव भी आपके हाथ के अंदर ही होता है। कि आप अपने मस्तिक और मेहनत का उपयोग कर अपने जीवन को खुशहाल बनाकर महालक्ष्मी योग बनाइए। ऐसे लोग किसी भी प्रकार का कार्य करने में पीछे नहीं हटते है। ऐसे लोग जीवन में किसी भी प्रकार की चुनौतियों को स्वीकार करने वाले होते हैं।
शास्त्रों में बताया गया है कि जिन भी व्यक्तियों के हाथों में M का निशान होता है उन व्यक्तियों को कभी भी अपने जीवन में गलत कार्यों से पैसा कमाने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। अन्यथा यह महालक्ष्मी योग कभी भी व्यक्ति के साथ कार्य नहीं करता है। और ठीक इसके विपरित यदि आप अच्छे कार्यों के अंदर आपना मस्तिक का उपयोग करते हुए मेहनत करते हैं तो शतप्रतिशत आपके लिए बन जाता है यह महालक्ष्मी योग।
जब तक व्यक्ति अपने जीवन में मेहनत करके आगे बढ़ने की धारणा ना कर लें तब तक यह M सिर्फ M ही रह जाता है। यह महालक्ष्मी योग में परिवर्तित नहीं होगा। और जो व्यक्ति भाग्य के भरोसे ना बैठकर अपने चातुर्यता और मेहनत के दम पर आगे बढ़ने की ठान लें तब हाथ में बना यही M व्यक्ति के साथ में कुछ इस तरीके से कार्य करता है कि व्यक्ति सच में जहां हाथ डाले वहां से सोना निकाल दें। ऐसी स्थिति के अंदर आप व्यवसाय करते हों अथवा जॉब आपको निरंतर पूर्णरूप से लाभ मिलता रहता है।