Ahoi ashtami 2022: अहोई अष्टमी कब है, जानें इसकी सही तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Ahoi ashtami 2022: अहोई अष्टमी का व्रत हर साल कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। अहोई अष्टमी व्रत में महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और रात में तारों को जल अर्पित करने के बाद व्रत का पारण करती हैं। इस व्रत में अहोई माता की पूजा की जाती है, वहीं इस व्रत में भगवान शिव और मां पार्वती की भी पूजा की जाती है।;

Update: 2022-08-25 06:43 GMT

Ahoi ashtami 2022: अहोई अष्टमी का व्रत हर साल कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। अहोई अष्टमी व्रत में महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और रात में तारों को जल अर्पित करने के बाद व्रत का पारण करती हैं। इस व्रत में अहोई माता की पूजा की जाती है, वहीं इस व्रत में भगवान शिव और मां पार्वती की भी पूजा की जाती है। मान्यता है कि, इस दिन व्रत रखने से अहोई माता प्रसन्न होती हैं और संतान प्राप्ति का आशीर्वाद देती हैं। अहोई अष्टमी का उपवास आयु कारक और सौभाग्य कारक माना जाता है। तो आइए जानते हैं साल 2022 में अहोई अष्टमी का व्रत कब है, इस व्रत का दिन और तारीख क्या रहेगी। पूजा का समय क्या होगा और इस व्रत की पूजाविधि क्या है।

अहोई अष्टमी के दिन व्रती महिलाओं को सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि करके निवृत्त हो जाना चाहिए। इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए। दीवार पर अहोई माता की आकृति गेरु या लाल रंग से बनाए। सूर्यास्त के बाद तारे निकलने पर पूजन आरंभ करें। पूजा की सामग्री में एक चांदी या धातु की अहोई, चांदी मोती की माला, जल से भरा कलश, दूध, भात, हलुवा, पुष्प और दीपक आदि रखें।

सबसे पहले अहोई माता की रोली, पुष्प और धूप-दीप से पूजा करें। इसके बाद माता को दूध-भात अर्पित करें। हाथ में गेंहू के सात दाने और कुछ दक्षिणा लेकर अहोई माता की कथा को सुने या पढ़ें।

कथा सुनने या पढ़ने के बाद माना गले में पहनें। गेंहू के दाना, बयाना आदि सासु मां को देकर उनसे आशीर्वाद लें। चंद्रमा को अर्घ्य देकर भोजन ग्रहण करें। चांदी की माला को दीपावली के दिन सुबह अपने गले से निकालें और जल के छींटे देकर सुरक्षित रख लें।

अहोई अष्टमी के दिन तारों को अर्घ्य देते समय तांबे के लोटे से अर्घ्य नहीं देना चाहिए। इस दिन अर्घ्य देने के लिए पीतल के लोटे का प्रयोग किया जा सकता है।

अहोई अष्टमी शुभ मुहूर्त 2022

अहोई अष्टमी व्रत तिथि 

17 अक्टूबर 2022, दिन सोमवार

पूजा का शुभ मुहूर्त

 05:50 PM से 07:05 PM

अवधि 

01 घंटा 15 मिनट

तारों को अर्घ्य देने का समय

 06:13 PM

अहोई के दिन चंद्रोदय का समय

 11:24 PM

अष्टमी तिथि प्रारंभ 

17 अक्टूबर 2022, 09:29 AM

अष्टमी तिथि समापन 

18 अक्टूबर 2022, 11:57 AM

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)

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