जानिए मंगल चले वक्री चाल, कुंभ राशि के जातक होंगे मालामाल
नवग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह आज 04 अक्टूबर 2020 को प्रात: 10:06 बजे मेष राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। और मीन राशि में मंगलदेव वक्रीय अवस्था में 14 नवंबर 2020 तक रहेंगे। तो मंगल ग्रह के इस प्रकार मीन राशि में परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। तो आइए जाने कुंभ राशि के जातकों पर मंगलदेव के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़गा।;
नवग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह आज 04 अक्टूबर 2020 को प्रात: 10:06 बजे मेष राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। और मीन राशि में मंगलदेव वक्रीय अवस्था में 14 नवंबर 2020 तक रहेंगे। तो मंगल ग्रह के इस प्रकार मीन राशि में परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। तो आइए जाने कुंभ राशि के जातकों पर मंगलदेव के इस गोचर का क्या प्रभाव पड़गा।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मंगल ग्रह को नवग्रहों में सेनापति का दर्जा प्राप्त है। और वैदिक ज्योतिष में ऊर्जा, भाई, होम, साहस, पराक्रम और शौर्य का कारक मंगल ग्रह को माना गया है। यानि कि इन सभी विषयों पर पूर्णरूपेण मंगल प्रभावी होते हैं। किसी भी व्यक्ति की कुंडली पर यदि मंगल शुभ अवस्था में होते हैं तथा मजबूत घर अर्थात स्ट्रॉंग डिग्री के साथ बैठे हुए होते हैं तो ऐसा जातक खेल, सेना और शारीरिक प्रतिस्पर्धा से जुड़े हुए कार्यों में शतप्रतिशत सफलता हासिल करता है। साथ ही ऐसा जातक निडर होता है, साहसी होता है। ऐसा जातक शत्रुओं को परास्त करने वाला और शारीरिक रूप से भी बलवान होता है। मंगल के शुभ प्रभाव में होने पर जीवन में जातक निडर होकर अपने कार्य करता है। और प्रतिकूल स्थितियां में भी ऐसे जातक के आत्मबल तीव्रता और निरंतरता बनी हुई रहती है। साथ ही ऐसे जातक की सेना, पुलिस, इंजीनियरिंग में काफी रूचि होती है। और मंगल यदि शुभ अवस्था मे होते हैं तो कम प्रयास करने में भी इन क्षेत्रों में सफलता जल्दी और आसानी से मिल जाती है।
मंगल के पीड़ित प्रभाव में होने पर जातक क्रोधी होता है। और यदि मंगल पीड़ित होते हैं तो जातक को शत्रुओं से परास्त होने वाला और जमीन संबंधी मुकदमें का निरंतर सामना करना पड़ता है। साथ ही कर्ज संबंधित समस्या, टयूमर, रक्त संबंधी समस्या और कैंसर जैसी समस्याओं का सामना भी मंगल के पीड़ित होने पर करना पड़ता है। यदि कुंडली पर मांगलिक दोष का प्रभाव होता है तो वैवाहिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। तों आइए जानते हैं मंगल के गोचर का कुंभ राशि के ऊपर कैसा प्रभाव पड़ने जा रहा है।
मंगलदेव का यह गोचर कुंभ राशि के जातकों के द्वितीय भाव में होने जा रहा है। द्विवती भाव से धन, मुख, वाणी, परिवार आदि सारी चीजें देखने के लिए मिलती हैं। मंगलदेव का यह गोचर कुंभ राशि के जातकों के जीवन में काफी शुभता लाने वाला है। इस दौरान कुंभ राशि के जातक अपनी वाणी के प्रभाव से दूसरे लोगों को प्रभावित करते हुए नजर आएंगे। आर्थिक जीवन में अबतक यदि आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था तो उससे आपको निजात मिलने वाली है। आपके जीवन में अब धन लाभ की संभावना बनी हुई है। द्वितीय भाव को धनक्षेत्र ही कहा जाता है। साथ ही अगर पारिवारिक जीवन में यदि आपको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था तो अब आपकी परिस्थितियां काफी हद तक अनुकूल होने वाली हैं। संतान से संबंधित आपको सुख प्राप्त होते हुए नजर आएंगे। आपकी संतान श्रेष्ठ प्रदर्शन करती हुई दिखाई देगी। कुंभ राशि के जातकों की बौद्धिक क्षमता काफी अधिक तीव्र होने वाली है। और कुंभ राशि के जातकों को इस समय भाग्य का भी पूरा साथ मिलता हुआ नजर आएगा।
कुंभ राशि के जातक अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ भी अच्छी स्थितियों का निर्माण करते हुए नजर आएंगे। नवीन योजनाओं को फलीभूत करके जीवन में सर्वश्रेष्ठ मुकाम पर पहुंचते हुए आप दिखाई देंगे। कुंभ राशि के जातकों को वाणी पर नियंत्रण जरुर रखने की आवश्यकता होगी। क्योंकि मंगल को उग्र ग्रह कहा जाता है। और यह द्वितीय भाव चूंकि यह वाणी का भी स्थान होता है, इसलिए आपके द्वारा कड़वाहट भरे शब्द भी इस्तेमाल हो सकते हैं। इससे समस्याओं का निर्माण हो सकता है। इसलिए मधुर भाषा का प्रयोग करके आपके लिए जीवन में आगे बढ़ना श्रेष्ठ और शुभ रहेगा। शब्दों का चयन करके ही आप इस दौरान बोलें। स्वास्थ्य की दिशा में भी आपकी स्थितियां काफी श्रेष्ठ रहने वाली हैं। यदि पुराने समय से पेट से संबंधित समस्याओं का आपको सामना करना पड़ रहा था और नेत्रों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था तो आपको इन समस्याओं से निजात मिलेगी।
कुंभ राशि के जातकों को सभी क्षेत्रों में स्थितियां अच्छी अवस्था में देखने को मिलेगी। आपकी कुंडली पर पीड़ित अवस्था में मंगल हों तो कुछ खास उपाय करने से मंगल की पीड़ित अवस्था से निजात पाई जा सकती है।
उपाय
मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना आपके लिए श्रेष्ठ रहेगा। साथ ही आप लाल वस्त्र का दान भी मंगलवार के दिन कर सकते हैं।
आप गरीब और असहाय व्यक्तियों को भी मंगलवार के दिन दान करें।
मंगलवार के दिन मंगलस्त्रोत का पाठ करना भी आपके लिए उत्तम रहेगा।