Chhath Puja 2022 : सूर्य को अर्घ्य देने का मंत्र क्या हैं, जानें...
Chhath Puja 2022 : सूर्य की अराधना का महापर्व छठ पूजा अब प्रारंभ होने ही वाली है। 28 अक्टूबर 2022 को शुरू होने वाला छठ का ये महानपर्व 31 अक्टूबर 2022 को संपन्न होगा। इस दौरान सूर्यदेव और उनकी बहन षष्ठी मैया की भी पूजा की जाती है। तथा इस पूजा में दो विशेष अर्घ्य का खास महत्व होता है।;
Chhath Puja 2022 : सूर्य की अराधना का महापर्व छठ पूजा अब प्रारंभ होने ही वाली है। 28 अक्टूबर 2022 को शुरू होने वाला छठ का ये महानपर्व 31 अक्टूबर 2022 को संपन्न होगा। इस दौरान सूर्यदेव और उनकी बहन षष्ठी मैया की भी पूजा की जाती है। तथा इस पूजा में दो विशेष अर्घ्य का खास महत्व होता है। ऐसे में ज्योतिषविदों की मानें तो छठ पूजा के अलावा प्रतिदिन सुबह के समय भी सूर्य की पूजा करनी चाहिए। इस पूजा से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। प्रतिदिन सुबह सूर्योदय के दौरान अर्घ्य अर्पित करना बेहद ही शुभ फलदायी माना जाता है। ऐसे में छठ पूजा के अलावा भी अन्य दिनों में आप सूर्य को जल अर्पित करने के लिए तांबे के लोटे से ही सूर्य को सूर्य को अर्घ्य दें।
वहीं सूर्य के लिए रविवार के दिन गुड़ दान करना भी शुभ माना गया है। जल अर्पित करते समय सूर्य की ओर सीधे नहीं देखना चाहिए। गिरते जल की धारा में सूर्यदेव के दर्शन करना चाहिए।
वहीं जिन जातकों की कुण्डली में सूर्य शुभ स्थिति में नहीं हैं, उन लोगों को तो प्रतिदिन ही सूर्य को जल का अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से सूर्य के दोष दूर होते हैं।
सूर्यदेव की कृपा से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान और यश की भी प्राप्ति होती है। वहीं सूर्य को अर्घ्य देते समय सूर्य अर्घ्य मंत्र का जाप जरुर करना चाहिए।
सूर्य अर्घ्य मंत्र
ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्तया गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
सूर्य मंत्र
ऊँ सूर्याय नम: ऊँ आदित्याय नम: ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।।
आप सूर्य को अर्घ्य देते समय इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं। ऐसा करने से आपको भगवान सूर्यदेव के साथ में षष्ठी मैया का भी आशीर्वाद प्राप्त हो जाएगा।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)