दंपति सुख-दुख में ऐसे लाएं अपने रिश्तों में मधुरता, आप भी जानें

जीवन में एक इंसान कई तरह के रिश्तों में बंधा होता है। ऐसे ही रिश्तों में से एक पति-पत्नी का रिश्ता ऐसा पवित्र रिश्ता है जोकि दोनों को एक साथ और दोनों के परिवारों को भी साथ-साथ बांधकर रखता है। किसी भी रिश्ते को तभी मजबूत बनाया जा सकता है, जब उस रिश्ते में अटूट विश्वास और प्रेम हो।;

Update: 2020-10-03 12:46 GMT

जीवन में एक इंसान कई तरह के रिश्तों में बंधा होता है। ऐसे ही रिश्तों में से एक पति-पत्नी का रिश्ता ऐसा पवित्र रिश्ता है जोकि दोनों को एक साथ और दोनों के परिवारों को भी साथ-साथ बांधकर रखता है। किसी भी रिश्ते को तभी मजबूत बनाया जा सकता है, जब उस रिश्ते में अटूट विश्वास और प्रेम हो। अगर ऐसे में यदि पति और पत्नी के बीच विश्वास की कमी आ जाती है तो उनके रिश्ते में धीरे-धीरे दूरियां आने लगती हैं।  वैसे तो पति और पत्नी एक दूसरे के साथ हर दुख और सुख साझा करते हैं, लेकिन कई बार कुछ ऐसी बातें भी हो जाती हैं, जो वह एक-दूसरे को बता नहीं पाते हैं। शायद यही बातें उनके टूटते रिश्तों को बचाकर नहीं रखती पाती हैं।  यदि आप भी शादीशुदा हैं तो अपने जीवनसाथी से कुछ भी छिपाकर ना रखें। ताकि आपके रिश्तों में किसी प्रकार की गलतफहमी की जगह ना हो। ये नियम पुरुष और स्त्री दोनों पर ही समान रूप से लागू होता है। तो आइए आप भी जानें पति-पत्नी कैसे करें अपने रिश्तों को और भी अधिक मजबूत।

1. साझा करें बीते हुए कल की बातें

हम अपनी जिन्दगी में भले ही कितने ही आगे क्यों ना बढ़ जाएं, लेकिन अतीत की कुछ यादें ऐसी होती हैं जिन्हें हम चाहकर भी भूला नहीं पाते हैं। आज के समय में हर किसी को प्यार होना आम बात है। ऐसे में महिलाएं अपने पति से पहले प्यार की बातें छिपा लेती हैं। और उन बातों को अपने दिल में ही दबाकर रखना चाहती हैं। इसका मूल कारण यही है कि महिलाएं अपने अतीत का साझा करके अपने आज को खोना नहीं चाहती हैं।

2. बीमारी को लेकर पाटर्नर से करें खुलकर बात

महिलाओं का जीवन सबसे कठिन होता है क्योंकि मासिक धर्म की पीड़ा जैसे कई दुख-दर्द महिलाएं चुपचाप सहन  कर जाती हैं। दुनिया की अधिकतर महिलाएं अपने पति को अपनी बीमारी की बातें नहीं बताती हैं। दरसअल महिलाएं नहीं चाहती हैं कि उनके पति उनकी बीमारी को लेकर किसी प्रकार का तनाव लें। महिलाएं हमेशा सोचती हैं कि वह अब ठीक हो रही हैं। तो वह ऐसी स्थिति में अपने पति को परेशान नहीं करना चाहती हैं।  हकीकत में वह अपने पति को तनाव मुक्त रखना चाहती हैं।

3. पूजा-पाठ में मिलकर भाग लें

पति-पत्नी को अपने घर-परिवार में आयोजित किसी समारोह, पूजा अथवा अनुष्ठान में मिलकर भाग लेना चाहिए। साथ मिलकर पूजा, व्रत, अनुष्ठान आदि करने से पति-पत्नी के रिश्तों में मधुरता आती है। और उन्हें ईश्वरीय कृपा की भी प्राप्ति होती है। तथा समाज में भी ऐसे दंपति को अधिक सम्मान प्राप्त होता है। दोनों के बीच में आकर्षण और प्रेम बढ़ता है।

4. सास-ससुर को सम्मान दें

महिलाओं को चाहिए कि वे अपने घर के बड़े-बुजुर्गों यानि सास-ससुर आदि को उचित सम्मान दें। और उनकी सेवा करें। घर में आने वाले अतिथियों का ख्याल रखें। अपनी जिम्मेदारियों का श्रद्धा भाव से निर्वहन करें। किसी भी प्रकार का दिखावा करने से बचें। जब आप ससुराल पक्ष के लोगों का सम्मान करेंगी तो आपके पति की नजरों में अच्छी महिला सिद्ध हो सकेंगी। और आपके रिश्तों में एक मधुर एहसास बना रहेगा।

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