Dhanteras 2020 Date And Time : धनतेरस पर इस विधि से करें भगवान धनवंतरी की पूजा, मिलेगा धन और आरोग्यता का आशीर्वाद

Dhanteras 2020 Date And Time : धनतेरस का त्योहार (Dhanteras Festival) दिवाली के पांच दिन के त्योहारों में पहला त्योहार माना जाता है। इस दिन भगवान गणेश ,माता लक्ष्मी के साथ भगवान धनवंतरी की भी पूजा (Lord Dhanvantri Puja) की जाती है। लेकिन भगवान धनवंतरी की पूजा करने से पहले आपको धनतेरस की पूजा विधि अवश्य ही जान लेनी चाहिए तो चलिए जानते हैं धनतेरस की पूजा विधि।;

Update: 2020-09-08 12:00 GMT

Dhanteras 2020 Date And Time : धनतेरस का त्योहार 13 नवंबर 2020 (Dhanteras Festival 13 November 2020) को मनाया जाएगा। इस त्योहार से ही दिवाली (Diwali) की शुरूआत हो जाती है। दिवाली की पूजा में धनतेरस की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। क्योंकि इसी दिन से मां लक्ष्मी के आगमन की तैयारियां शुरू हो जाती है तो लेकिन यदि धनतेरस की पूजा पूरे विधि विधान से न की जाए तो इसका कोई फल प्राप्त नहीं होता है और यदि आप धनतेरस की पूजा विधि के बारे में नहीं जानते हैं तो हम आपको आज इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं धनतेरस की पूजा विधि।

धनतेरस की पूजन विधि (Dhanteras Pujan Vidhi)

1.धनतेरस के दिन भगवान गणेश,माता लक्ष्मी, भगवान धनवंतरी और कुबेर जी की पूजा का विधान है।

2. भगवान गणेश,माता लक्ष्मी, भगवान धनवंतरी और कुबेर जी की पूजा शाम के समय प्रदोष काल में की जाती है।

3.शाम के समय पूजा से पहले आपको स्नान करना चाहिए और साफ वस्त्र धारण करने चाहिए। यदि आप पीले रंग के वस्त्र धारण करें तो यह आपके लिए काफी शुभ होगा।

4. पूजा से पहले आप एक साफ चौकी लेकर उस पर गंगाजल छिड़कें और उस पर पीले या लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और साथ ही अन्न की ढेरी भी लगाएं।

5.इसके बाद भगवान गणेश, माता लक्ष्मी, मिट्टी का हाथी भगवान धनवंतरी और भगवान कुबेर जी की प्रतिमा स्थापित करें।

6. प्रतिमा स्थापित करने के बाद भगवान गणेश का पूजन करें उन्हें सबसे पहले पुष्प और दूर्वा अर्पित करें और उसके बाद उनकी विधिवत पूजा करें और हाथ में अक्षत लेकर भगवान धनवंतरी का ध्यान करें।

7.भगवान धनवंतरी की पूजा से पहले उन्हें पंचामृत से स्नान कराएं और रोली व चंदन से तिलक उनका तिलक करें। इसके बाद उन्हें पीले रंग के पुष्प अर्पित करें।

8. इसके बाद उन्हें फल और नैवेद्य आदि अर्पित करें और उन पर इत्र छिड़कें।

9.यह सभी कार्य करने के बाद भगवान धनवंतरी के मंत्रों का जाप करें और उनके एक दीपक जलाएं।

10. दीपक जलाने धनतेरस की कथा अवश्य पढ़ें या सुनें और इसके बाद भगवान धनवंतरी की धूप व दीप से आरती उतारें।

11. भगवान धनवंतरी की आरती उतारने के बाद उन्हें पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं और इसके बाद माता लक्ष्मी और कुबेर जी का भी विधिवत पूजन करें।

12.पूजा समाप्त करने के बाद अपने घर के मुख्य द्वार पर एक -एक दीपक अवश्य जलाएं। 

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