Gochar 2022: सूर्य पुत्र शनि 41 दिन चलेंगे उल्टी चाल, जानें किन लोगों के लिए खड़ी की सकते हैं परेशानी

Gochar 2022: सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र 05 जून से 23 अक्टूबर तक कुंभ राशि में वक्री रहेंगे। 41 दिन तक इनकी चाल स्वराशि में ही उल्टी होने की वजह से कई राशि के जातकों पर इनका असर देखने को मिलेगा। वहीं शनि महाराज की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक शनिवार को शनि मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करें।;

Update: 2022-06-07 03:47 GMT

Gochar 2022: सूर्यदेव और माता छाया के पुत्र 05 जून से 23 अक्टूबर तक कुंभ राशि में वक्री रहेंगे। 41 दिन तक इनकी चाल स्वराशि में ही उल्टी होने की वजह से कई राशि के जातकों पर इनका असर देखने को मिलेगा। वहीं शनि महाराज की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रत्येक शनिवार को शनि मंदिर जाकर पूजा-अर्चना करें। वहीं शनिदेव को काला तिल और तेल चढ़ाने से शारीरिक रोगों और आर्थिक संकटों से मुक्ति मिल जाती है। शनिदेव की कुदृष्टि से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय बताए गए हैं। वहीं जिन राशियों पर शनि की ढैय्या और साढ़े साती चल रही है, उन्हें सतर्क रहना पड़ेगा और बहुत सावधानी से आगे बढ़ना पड़ेगा। तो आइए जानते हैं किन लोगों के लिए कठिन रहेगा ये 41 दिन का समय...

ये भी पढ़ें: Gochar 2022: शनिदेव आज हो रहे वक्री, इन दो राशि के जातकों की खोलेंगे किस्मत का ताला

कर्क राशि

कर्क राशि वाले जातकों पर शनि की ढैय्या का प्रकोप चल रहा है। ऐसे में कर्क राशि वाले जातकों को शनिदेव के मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करनी चाहिए और शनिदेव महाराज को प्रसन्न करने के लिए उड़द की दाल, सरसों का तेल और काले तिल का दान करें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों पर इस दौरान शनिदेव की साढ़े साती चल रही है। इसीलिए इन पर शनि की उल्टी चाल का अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना है। इन्हें शनिदेव के भीषण प्रकोप से बचने के लिए जल दान करना चाहिए और अगर संभव हो तो आप चांदी का दान करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों पर भी शनिदेव की वक्री चाल का असर देखने को मिलेगा। क्योंकि कुंभ राशि वाले जातकों पर भी शनि की साढ़े साती चल रही है। कुंभ राशि के जातकों को इससे निजात पाने के लिए सोने का दान करना चाहिए।

मीन राशि

मीन राशि वाले जातकों के लिए भी यह समय बहुत ही कठिन है। क्योंकि इस राशि पर भी शनि की साढे साती का प्रकोप चल रहा है। मीन राशि वाले जातकों को शनिदेव महाराज को प्रसन्न करने के लिए काले तिल और सरसों के तेल का दान करना चाहिए।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)  

Tags:    

Similar News