Jyotish Shastra : फिजूलखर्ची से हो चुके हैं परेशान तो आज ही करें ये उपाय, मिल जाएगी आपको राहत
Jyotish Shastra : अगर आप फिजूलखर्ची के कारण परेशान हैं और इस फालतू के खर्चे पर आप काबू नहीं कर पा रहे हैं, तो आप अपने जीवन में कभी ना कभी परेशानी में घिर सकते हैं। यानि फिजूलखर्ची किसी भी हंसते खेलते परिवार को बर्बाद कर देती है और जब भी कोई घर-परिवार एक बार कर्ज के तले दब जाता है तो उस घर-परिवार लाख कोशिशों के बाद भी वह संभल नहीं पाता है।;
Jyotish Shastra : अगर आप फिजूलखर्ची के कारण परेशान हैं और इस फालतू के खर्चे पर आप काबू नहीं कर पा रहे हैं, तो आप अपने जीवन में कभी ना कभी परेशानी में घिर सकते हैं। यानि फिजूलखर्ची किसी भी हंसते खेलते परिवार को बर्बाद कर देती है और जब भी कोई घर-परिवार एक बार कर्ज के तले दब जाता है तो उस घर-परिवार लाख कोशिशों के बाद भी वह संभल नहीं पाता है। ऐसी स्थिति में आप अपने फालतू के खर्चों पर नियंत्रण करते हुए ज्योतिष और तंत्रशास्त्र में बताए हुए कुछ उपायों को करते हैं तो आपको फिजूलखर्ची पर फतह प्राप्त हो सकती है। क्योंकि फिजूलखर्ची के कारण ही घर में कभी पैसा नहीं टिक पाता है और जहां पैसा नहीं टिकता, वहां अनेक प्रकार की समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं फिजूलखर्ची से बचने के उपायों के बारे में...
फिजूलखर्ची से बचने के लिए आप सोमवार या शुक्रवार के दिन पूजास्थल पर या मां लक्ष्मी जी के मंदिर में जाकर उनका ध्यान करें और साथ ही मां लक्ष्मी के ध्यान और पूजन में बैठने से पूर्व एक चांदी के पात्र में नागकेसर, काली हल्दी और सिंदूर रख लें। इसके बाद कम से कम 15 मिनट मां लक्ष्मी जी का ध्यान करें और उसके बाद उन्हें प्रणाम करें और हाथ में चांदी का पात्र लेकर मां लक्ष्मी जी से मन ही मन फिजूलखर्ची रोकने की प्रार्थना करें।
इसके बाद चांदी के पात्र को मां लक्ष्मी जी की प्रतिमा से स्पर्श कराएं और जहां आप धन रखते हैं, वहां उस पात्र को स्थापित कर दें। ऐसा करने से आपके घर-परिवार पर मां लक्ष्मी जी की कृपा होने लगेगी और आपको व्यर्थ के खर्चों से राहत मिलेगी। साथ ही आपके घर में पैसा भी टिकने लगेगा। वहीं अगर आप इस उपाय को दिवाली के दिन करते हैं तो आपको शीघ्र ही इस उपाय का प्रभाव देखने को मिल सकता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)