Jyotish Shastra: लकी और क्रिएटिव संतान प्राप्ति के लिए रखें इस दिन व्रत, जानें नियम और पूजा विधि...

Jyotish Shastra: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक दिन का अपना एक विशेष महत्व होता है। वैसे तो हर दिन भगवान के नाम का होता है, इसीलिए प्रत्येक दिन एक विशेष देव की पूजा-अर्चना की जाती है। जिससे फलदायी, सुखदायी और आपको समृद्धशाली जीवन प्राप्त होता है। वहीं मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है और इस दिन हनुमान जी का व्रत रखा रखा जाता है।;

Update: 2022-05-11 02:29 GMT

Jyotish Shastra: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक दिन का अपना एक विशेष महत्व होता है। वैसे तो हर दिन भगवान के नाम का होता है, इसीलिए प्रत्येक दिन एक विशेष देव की पूजा-अर्चना की जाती है। जिससे फलदायी, सुखदायी और आपको समृद्धशाली जीवन प्राप्त होता है। वहीं मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है और इस दिन हनुमान जी का व्रत रखा रखा जाता है।

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मंगलवार के दिन सुबह स्नान के बाद लाल वस्त्र धारण करें और हनुमान जी की प्रतिमा के सामने ईशान कोण पर खड़े होकर या बैठकर पूजा-अर्चना की जाती है। हनुमान जी को लाल फूल, कुमकुम, रोली, चंदन, सिंदूर आदि अर्पित किया जाता है। मंगलवार के व्रत में हनुमान चालीसा का पाठ, बजरंग बाण का पाठ किया जाता है। शाम के समय हनुमान प्रतिमा के पास बैठकर घी का दीपक जलाकर सुंदरकाण्ड का पाठ किया जाता है। आरती की जाती है और प्रसाद का वितरण किया जाता है। पूजा के दौरान हनुमान जी को लड्डू का प्रसाद चढ़ाना उत्तम माना गया है।

मंगलवार व्रत में मीठे भोजन का प्रावधान है। दिन में केवल एक बार शाम के समय ही भोजन किया जाता है। इसमें नमक का प्रयोग वर्जित होता है। मीठी खीर, सेवई या फिर अन्य कोई मीठा पदार्थ एक बार ही ग्रहण किया जाता है।

महत्व

हनुमान जी जाग्रत देव हैं जोकि अनंत काल तक इस धरा धाम पर भगवान श्रीराम के आदेश से लोक कल्याण के कार्य के लिए विद्यमान रहेंगे। हनुमान जी का व्रत करने पर लोग भूत-पिशाच के भय से मुक्त हो जाते हैं। शारीरिक रोग का क्षय हो जाता है। लोगों में आत्मविश्वास की वृद्धि होती है। संयम-ध्यान और एकाग्रता बढ़ती है।

हनुमान जी का व्रत निसंतान दंपत्तियों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। जिन दंपत्तियों को संतान की उत्पत्ति ना हो रही हो, वे अपनी पत्नी के साथ मंगलवार का व्रत रखें और विधि विधान से हनुमान जी की प्रतिमा के सामने बैठकर पूजा-अर्चना करें। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।

जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह के निर्मल होने का प्रभाव होता है। मंगलवार का व्रत रखने से उनकी मनोदशा ठीक हो जाती है। शनि की महादशा और साढ़े साती को दूर करने के लिए भी यह व्रत बहुत लाभकारी है। मंगलवार के व्रत से साहस और पराक्रम में वृद्धि होती है। तथा परुषार्थ बढ़ता है। संतान प्राप्त के लिए संतान संबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए लोग इस व्रत का पालन करते हैं। जादू-टोना और कार्यशक्ति में बाधा से बचने के लिए भी लोग मंगलवार का व्रत करते हैं।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें) 

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