Kumbh Mela 2021: हरिद्वार की दीवारें सुनाएंगी कुंभ और रामायण की कहानी

Kumbh Mela 2021: हरिद्वार में हिन्दू धर्म के सबसे बड़े मेला यानि कुंभ मेला का आगाज हो चुका है और वहीं हरिद्वार में कुंभ की तैयारियां पूरी होने के करीब हैं। लेकिन इस बार का कुंभ कई मायनों में अनोखा होगा।;

Update: 2021-01-21 07:49 GMT

Kumbh Mela 2021: हरिद्वार में हिन्दू धर्म के सबसे बड़े मेला यानि कुंभ मेला का आगाज हो चुका है और वहीं हरिद्वार में कुंभ की तैयारियां पूरी होने के करीब हैं। लेकिन इस बार का कुंभ कई मायनों में अनोखा होगा।

Also Read : Kumbh Mela 2021 : 83 साल के बाद बन रहा 11वें साल का संयोग, जानिए कुंभ में गंगा स्नान का महत्व


सबसे पहले तो कुंभ पर कोरोना का असर देखने को मिल रहा है जिसके कारण उत्तराखंड सरकार और मेला प्रशासन ने कुंभ में आने वाले लोगों के लिए पंजीकरण सिस्टम की शुरूआत कर दी है। जिसकी वजह से यात्रियों और श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित रखा जाएगा। लेकिन वहीं दूसरी ओर हरिद्वार में कुंभ की दास्तां को बयां करेंगी हरिद्वार की दीवारें।

Also Read: Kumbh Mela 2021 : कुंभ का ये है आध्यात्मिक महत्व, जानिए इस महापर्व की विशेषता


इन दीवारों के माध्यम से ही आपको रामायण की कहानी भी देखने को मिलेंगी। यानि कि हरिद्वार की दीवारें इस बार रामायण की संपूर्ण कहानी सुनाती हुई नजर आ रही हैं।


इसके अलावा इन दीवारों के माध्यम से ही यहां भगवान शिव और विष्णु के अनेक रुपों को भी दर्शाया जा रहा है। और साथ ही साधुओं की अनेक परंपराओं के बारे में भी हरिद्वार की दीवारें आपको बताएंगी। एक तरह से कहा जाए तो हिन्दू धर्म, संस्कृति और समाज के बारे में इन दीवारों पर की गई चित्रकारी आपको बताएगी।


ये चित्रकारी बताएगी कि हिन्दुस्तान ही नहीं बल्कि सनातन धर्म-संस्कृति के इतिहास को उसकी परंपराओं को इसलिए हरिद्वार के विभिन्न इलाकों की दीवारों पर वॉल पेंटिंग की गई है। वहीं अलकनंदा होटल के पास जो फ्लाईओवर स्थित है उस फ्लाईओवर के बगल में एक दीवार बनाई गई है इस पूरी दीवार पर रामायण एस्ट्रीट बनाया गया है। यानि कि रामायण पट बनाया गया है।


इस पट पर आपको रामायण की पूरी कहानी चित्रकारी के माध्यम से, वॉल पेंटिंग के माध्यम से दिखाई जा रही है। यानि कि भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर रावण के वध तक की पूरी कहानी यहां वॉल पेंटिंग के माध्यम से जनता को दिखाई जा रही है। कई स्थानों पर हनुमान जी की लीलाओं को भी इन दीवारों पर दर्शाया गया है। हरिद्वार की दीवारें आपको बता रही हैं कि जब लक्ष्मण मूर्छित हुए थे तो कैसे हनुमान जी संजीवनी बूटी का पहाड़ उठाकर ले गए थे।

Tags:    

Similar News