Kumbh Sankranti 2022: कुंभ संक्रांति आज, जानें पुण्य, महापुण्य काल और स्नान दान का शुभ समय
Kumbh Sankranti 2022: सूर्यदेव को साक्षात देव कहा जाता है। वहीं हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव पूरे साल किसी ना किसी राशि में विचरण करते हैं और एक राशि में करीब 30 दिन तक रहते हैं।;
Kumbh Sankranti 2022: सूर्यदेव को साक्षात देव कहा जाता है। वहीं हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, सूर्यदेव पूरे साल किसी ना किसी राशि में विचरण करते हैं और एक राशि में करीब 30 दिन तक रहते हैं। सूर्यदेव के एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में परिवर्तन को सूर्य के पारगमन के रुप में जाना जाता है। वहीं सूर्यदेव एक वर्ष में 12 बार राशि परिवर्तन करते हैं। वहीं आज 13 फरवरी 2022, दिन रविवार को सूर्यदेव मकर राशि को छोड़कर अपने पुत्र शनि की राशि कुंभ में प्रवेश करने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश करने का शुभ मुहूर्त क्या होगा। पुण्य और महापुण्य काल का समय क्या होगा।
कुंभ संक्रांति शुभ मुहूर्त और दान का समय
कुंभ संक्रांति | रविवार 13 फरवरी 2022 |
कुंभ संक्रांति | पुण्य काल सुबह 07:01 से दोपहर 12:35 बजे तक |
अवधि | 05 घंटे 34 मिनट |
कुंभ संक्रांति | महा पुण्य काल सुबह 07:01 से सुबह 08:53 बजे तक |
अवधि | 01 घंटे 51 मिनट |
ज्योतिष में सूर्य को आत्मा, आत्मज (पिता), पितृ, नौकरी, पद प्रतिष्ठा, सरकारी नौकरी, मान-सम्मान आदि का कारक ग्रह माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार सूर्य के गोचर का मनुष्य जीवन पर बहुत असर होता है। इसीलिए संक्रांति के दिन स्नान-दान और पुण्य आदि धार्मिक कार्य करने चाहिए। संक्रांति के दिन किया गया स्नान दान बहुत फलदायी माना जाता है। इस दिन किए गए स्नान दान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में किसी पवित्र नदी, सरोवर, कुंड आदि में स्नान करना चाहिए और इस दिन किसी जरुरतमंद व्यक्ति को दान जरुर करना चाहिए। संक्रांति के दिन सूर्य को तिल, गुड़ जल और दूध मिलकर अर्घ्य देने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)