Lal Kitab Upay: कर्ज और मर्ज से छुटकारा पाने के अचूक उपाय
- कर्ज और मर्ज व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर देते हैं।
- व्याधि होने पर मनुष्य कर्ज के बोझ तले दब जाता है।
- लाल किताब और ज्योतिष के उपाय दिलाते हैं रोग और ऋण से निजात
;
Lal Kitab : कर्ज और मर्ज ये दोनों ही ऐसी चीजें हैं जो व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से परेशान कर देती हैं। शरीर में कोई भी व्याधि होने पर मनुष्य के सिर पर कर्ज होने लगता है, इसलिए शास्त्रों में निरोगी काया का होना आवश्यक बताया गया है। कर्ज के कारण मनुष्य को मानसिक तनाव हो जाता है। और कर्ज चुकाते-चुकाते व्यक्ति की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाती है। यदि आप भी कर्ज और मर्ज से परेशान हैं और अनेक प्रयासों के बाद भी इन से आपको छुटकारा नहीं मिल रहा है तो लाल किताब और ज्योतिष के कुछ उपाय करके इससे छुटकारा पा सकते हैं। तो आइए जानते हैं, कर्ज और मर्ज से छुटकारा पाने के उपाय के बारे में।
Also Read : शनिवार के दिन ऐसे करें पीपल की पूजा, आपके जीवन से परेशानियां होंगी समाप्त
कर्ज से छुटकारा पाने का उपाय
अगर आपके ऊपर कर्ज बढ़ गया है और आप इसके बोझ से परेशान हो गए हैं और अनेक उपायों व प्रयासों के बावजूद भी आप कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं, तो किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष को पहले मंगलवार के दिन शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर दूध मिश्रित जल से अभिषेक करें और साथ ही भगवान को मसूर की दाल अर्पित करें। उसके बाद वहीं पर बैठकर ऋणमुक्तेश्वर मंत्र का कम से कम एक माला यानि 108 बार जप जरुर करें। इस उपाय से आपको शीघ्र ही कर्ज से निजात मिल जाती है और जीवन में धन आगमन के अवसर आने लगते हैं।
रोग मुक्ति का उपाय
अगर आपके घर-परिवार में कोई भी व्यक्ति बहुत दिन से बीमार है और उसे गंभीर रोग हो गया है। परन्तु उस बीमार व्यक्ति पर औषधियों का कोई असर नहीं हो रहा है। तो आप चांदी के एक बर्तन में जल लेकर उस जल में केसर मिलाकर उस बीमार व्यक्ति के सिरहाने रख दें। और सुबह उठकर उस जल को तुलसी अथवा पीपल की जड़ में अर्पित कर दें। ऐसी मान्यता है कि यह उपाय अचूक है और इस उपाय से रोगी पर दवाओं का प्रभाव होने लगता है और वह जल्दी ही स्वस्थ हो जाता है।
अगर आपके घर में कोई बहुत समय से बीमार है तो आप छह महीने तक प्रतिदिन 'ॐ रुद्राय नमः' मंत्र का एक माला जप करें। इस दौरान भगवान शिव का यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। और इस अवधि के पश्चात बीमार व्यक्ति ठीक होने लगता है। अगर इस अवधि के बाद यह मंत्र पढ़कर किसी अन्य बीमार व्यक्ति को दिया जाए तो वह भी जल्दी ही स्वस्थ होने लगता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)