Magha Gupt Navratri 2022: गुप्त नवरात्र कल से, तिथि क्षय फिर भी 9 दिन में होगी भगवती की 10 महाविद्याओं की पूजा

Magha Gupt Navratri 2022: बुधवार 2 फरवरी से माघ मास के गुप्त नवरात्रि शुरू हो रहे हैं जो कि गुरुवार, 10 फरवरी तक रहेंगे। गुप्त नवरात्रि में देवी मां की दस महाविद्याओं के लिए साधनाएं की जाती हैं। ये सामान्य पूजा से अलग होती हैं और इनके नियम भी बहुत सख्त होते हैं। साधना में हुई गलतियों की वजह से साधना का उल्टा असर भी हो सकता है। इसलिए किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी की मदद से ही साधनाएं करनी चाहिए।;

Update: 2022-02-01 09:31 GMT

Magha Gupt Navratri 2022: बुधवार 2 फरवरी से माघ मास के गुप्त नवरात्रि शुरू हो रहे हैं जो कि गुरुवार, 10 फरवरी तक रहेंगे। गुप्त नवरात्रि में देवी मां की दस महाविद्याओं के लिए साधनाएं की जाती हैं। ये सामान्य पूजा से अलग होती हैं और इनके नियम भी बहुत सख्त होते हैं। साधना में हुई गलतियों की वजह से साधना का उल्टा असर भी हो सकता है। इसलिए किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी की मदद से ही साधनाएं करनी चाहिए। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि खास बात ये है कि फरवरी में शुक्ल पक्ष में द्वितीया तिथि के क्षय होने के बावजूद पखवाड़ा 15 दिन का रहेगा, जबकि तिथि क्षय होने के बावजूद इस बार गुप्त नवरात्रि 9 दिन के होंगे। इस बार 19 वर्षों के बाद गुप्त नवरात्र में राहु अपनी मित्र राशि वृषभ में और केतु वृश्चिक राशि में रहेगा।

2022 से पहले 2 फरवरी 2003 से गुप्त नवरात्रि शुरू हुई थी, उस समय भी राहु के वृषभ राशि में और केतु वृश्चिक राशि में था। 2022 की माघ नवरात्रि में सूर्य-शनि मकर राशि में रहेंगे। मकर शनि के स्वामित्व की राशि है। सूर्य-शनि एक साथ एक ही राशि में होने से साधनाएं जल्दी सफल हो सकती हैं। गुप्त नवरात्रि में विभिन्न कार्यों के लिए माता के विभिन्न रूपों की साधना की जाती है।

ये भी पढ़ें: Magha Gupt Navratri 2022: जानें, माघ गुप्त नवरात्रि में कब और कौन सी महाविद्या की पूजा की जाती है और किन मंत्रों का जाप करने से मिलता हैं मां दुर्गा का आशीर्वाद

द्वितीया तिथि का क्षय लेकिन अष्टमी की वृद्धि

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि गुप्त नवरात्रि में तिथि कम होना ठीक नहीं माना जाता है। लेकिन इस बार गुप्त नवरात्रि में अष्टमी तिथि की वृद्धि भी होगी। इसलिए शुक्ल पक्ष में दिन बराबर होना शुभ संयोग है, जो मंगलकारी रहेगा। इन योगों में की गई पूजा, दान-पुण्य और खरीद-फरोख्त विशेष फलदायी व समृद्धिकारक रहेगी।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

Tags:    

Similar News