Mauni Amavasya 2022: मौनी अमावस्या कब है, जानें डेट, दिन पूजाविधि और इसके नियम

Mauni Amavasya 2022: हिन्दू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है। माघ मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्यक्ति को मौन रहना चाहिए और पवित्र नदी या कुंड में स्नान करना चाहिए।;

Update: 2022-01-19 02:36 GMT

Mauni Amavasya 2022: हिन्दू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व होता है। माघ मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या तिथि को मौनी अमावस्या कहते हैं। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्यक्ति को मौन रहना चाहिए और पवित्र नदी या कुंड में स्नान करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मुनि शब्द से मौनी की उत्पत्ति हुई है। इसीलिए इस दिन मौन रहने वाले व्यक्ति को मुनि पद की प्राप्ति होती है। माघ मास की अमावस्या के दिन स्नान और दान -पुण्य का विशेष महत्व होता है। तो आइए जानते हैं साल 2022 में मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या कब है, इसका दिन और दिनांक क्या रहेगा।अमावस्या तिथि कब से कब तक है, इसकी पूजन विधि क्या है।

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शास्त्रों में माघ अमावस्या के दिन मौन रहने का विशेष महत्व है। अगर माघ अमावस्या के दिन मौन रहना संभव ना हो तो इस दिन आप कटु वचनों का इस्तेमाल भूलकर भी ना करें। ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक कहा जाता है। अमावस्या के दिन चंद्रदेव के दर्शन नहीं होते इसीलिए इस दिन मन की स्थिति कमजोर रहती है। अमावस्या के दिन मौन व्रत करके मन को संयम में करने का विधान होता है। मौनी अमावस्या के दिन भगवान शिव और विष्णु जी की पूजा की जाती है।

मौनी अमावस्या व्रत के नियम और पूजा विधि

मौनी अमावस्या के दिन सुबह जल्दी स्नान करना चाहिए। अगर संभव हो तो नदी, कुंड अथवा पवित्र सरोवर में इस दिन स्नान करना चाहिए। अगर ऐसा संभव ना हो तो घर में ही स्नान के जल में गंगाजल की कुछ बूंदे और तुलसी पत्र डालकर स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल लें और जल में थोड़ी सी रोली और पुष्प लेकर सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इस दिन व्रत रखकर जहां तक संभव हो मौन रहें। गरीब और भूखे व्यक्तियों को भोजन अवश्य कराएं। अनाज, वस्त्र, तिल आदि का दान करें। तथा अपने पितृों को याद कर उनके निमित्त तर्पण आदि करें। क्योंकि पितृों का तर्पण करने से उन्हें मौक्ष की प्राप्ति होती है।

मौनी अमावस्या साल 2022

मौनी अमावस्या दिन और दिनांक

 01 फरवरी 2022, दिन मंगलवार

अमावस्या तिथि प्रारंभ 

31 जनवरी दोपहर 02:18 बजे से

अमावस्या तिथि समाप्त 

01 फरवरी सुबह 11:15 बजे

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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