Mauni Amavasya 2023 Date & Time: कब है मौनी अमावस्या?, जानें तिथि, गंगा स्नान का महत्व और शुभ-मुहूर्त
Mauni Amavasya 2023 Date & Time: पूरे साल श्रद्धालु मौनी अमावस्या का इंतजार करते हैं। माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ही मौनी अमावस्या कहते हैं।;
Mauni Amavasya 2023: हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। पूरे साल श्रद्धालु मौनी अमावस्या का इंतजार करते हैं। माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ही मौनी अमावस्या कहते हैं। इस दिन का अपना विशेष महत्व स्नान, दान और पूजा पाठ से है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन अगर कोई श्रद्धालु स्नान और दान करता है तो उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। उस श्रद्धालु की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। इस दिन लोग पिंडदान भी करते हैं। कहते हैं कि इस दिन पितरों का तर्पण करना अच्छा माना जाता है। यहां हम आपको इस आर्टिकल में कब है मौनी अमावस्या?, तारीख और समय के साथ गंगा स्नान का महत्व और शुभ-मुहूर्त बता रहे हैं।
गंगा स्नान का महत्व और 30 साल बाद अद्भुत संयोग
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, 30 साल बाद इस बार मौनी अमावस्या पर अद्भुत संयोग बन रहा है। अमावस्या के दिन खप्पर योग बन रहा है। कहते हैं कि यह योग धार्मिक कार्यों और कुंडली में शनि के शुभ प्रभाव के लिए बहुत ही शुभ है। मौनी अमावस्या से 4 दिन पहले ही शनि देव अपना राशि परिवर्तन कर रहे हैं। जो 17 जनवरी 2023 से है।
हिंदू धर्म के अंदर गंगा स्नान को सबसे पवित्र स्नान माना जाता है। गंगा स्नान का संबंध समुद्र मंथन से है। पौराणिक कथा में कहा गया है कि जब सभी देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था, तब भगवान धनवंतरि समुद्र से अमृत का कलश लेकर निकले थे। अमृत कलश को पाने के लिए देवताओं और असुरों में विवाद भी हुआ था। कहते हैं कि इसी छीनाझपटी के दौरान अमृत की कुछ बूंदें प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक जैसी पवित्र नदियों में जा गिरी थी। जिसकी वजह से गंगा का स्नान सबसे पवित्र स्नान माना गया है।
मौनी अमावस्या 2023 का शुभ-मुहूर्त (Mauni Amavasya 2023 Shubh Muhurt)
- माघ मास की मौनी अमावस्या दिन और समय - 21 जनवरी 2023
- मौनी अमावस्या प्रारंभ तारीख - 21 जनवरी 2023, दिन शनिवार, सुबह 6:17 बजे से
- मौनी अमावस्या समाप्त तारीख - 22 जनवरी 2023, दिन रविवार, तड़के सुबह 2:22 बजे तक
श्रद्धालुओं को माघ मास की मौनी अमावस्या के शुरू होने से लेकर समाप्त होने तक स्नान, दान, तर्पण और पूजा-पाठ जैसे काम करने चाहिए।
मौनी अमावस्या 2023 पूजा विधि (Mauni Amavasya 2023 Puja Vidhi)
- श्रद्धालुओं को सबसे पहले इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए।
- मौन रहकर गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए।
- इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा करें और व्रत का संकल्प लें।
- इस दिन तुलसी की 108 बार परिक्रमा करें।
- गरीबों और जरूरतमंद लोगों को दान करें।