नवरात्रि शक्ति के सृजन में कैसे सहायक होती हैं, आप भी जानें
17 अक्टूबर 2020 से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ होने वाली हैं। नवदुर्गा की नौ शक्तियां आपके जीवन में किस तरह से शक्ति संचार में सहायक हो जाती हैं यह उनमें रमने वाला प्रत्येक साधक और मां का भक्त जरुर जानता होगा।;
17 अक्टूबर 2020 से शारदीय नवरात्रि प्रारंभ होने वाली हैं। नवदुर्गा की नौ शक्तियां आपके जीवन में किस तरह से शक्ति संचार में सहायक हो जाती हैं यह उनमें रमने वाला प्रत्येक साधक और मां का भक्त जरुर जानता होगा। नवरात्रि का समय शक्ति सृजन का समय होता है। एक तरह से शक्ति निर्माण का समय होता है। और इसके लिए आपको अपने चारों तरफ एक ऐसा औरा क्रिएट करना होगा जोकि आपके नकारात्मक चले आ रहे प्रभाव को समाप्त कर सके। यदि आप पूजा-पाठ, शिवलिंग पर अभिषेक आदि नहीं करते हैं तो आपका राहू जैसे-तैसे चल रहा है, ऐसी स्थिति में आप किसी एक्ट्रा सकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण नहीं कर पाएंगे। यानि आप जो मंत्र जाप, शिवलिंग पर अभिषेक आदि करते हैं वो आपकी एक्ट्रा पॉजेटिविटी है। अगर आप मंदिर चले गए तो उस दौरान आपकी नकारात्मक एनर्जी नहीं जाएगी। उस दौरान आप जितना चाहे गेन कर सकते हैं नवरात्रि उसी समय को कहते हैं। जब आप कुछ स्पेशल शक्तियों को अपने अंदर समाहित करेंगे। तो आप नेगेटिव एनर्जी को भगा सकते हैं। अमृत संजीवनी अनुष्ठान, महामृत्युंजय अनुष्ठान, लक्ष्मी अनुष्ठान, प्रेत बाधा की शांति कुछ नकारात्मक एहसासों की समाप्ति आदि ये सब नवरात्रि के दौरान संभव हो सकता है। नवरात्रि के इन नौ दिनों में आप समस्त दोषों का शमन कर सकते हैं।
नवरात्रि के दौरान 99 प्रतिशत मांसाहारी लोग मांस का परित्याग कर देते हैं। वो लोग शक्ति सृजन करने के लिए ही मांस का परित्याग करते हैं। क्योंकि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की शक्ति इतनी तीव्र और तीक्षण होती है कि वो स्वयं ही नकारात्मक शक्तियों का भेदन कर देती है। यदि आप बहुत समय से परेशान हैं, कोर्ट-कचहरी, किसी बीमारी, कर्ज, दांपत्य जीवन की परेशानी, मानसिक-पारिवारिक विसंगतियां, कमियां अथवा कोई दोष हैं और उनसे अगर आपको बचना है और आप चाहते हैं कि इन दोषों से बचा जाए तो नवरात्रि के दौरान इन दिव्य शक्तियों का आह्वान कराने के लिए जैसे भटका हुआ पति, प्रेमी आदि है, उसको अपनी ओर आकर्षित करने के लिए, आपका पति अथवा प्रेमी भटकाव को त्यागे और घर-परिवार पर ध्यान दें। उसके लिए जितनी शक्ति की जरुरत है जैसे वह शराब बहुत ज्यादा पी रहा है तो उसके लिए एक शक्ति चाहिए जोकि उसके दिमाग को पलट दे, जिससे की उसके दिमाग में यह बात आए कि शराब पीना अशोभनीय है, यह मेरे लिए ठीक नहीं है, ऐसे व्यक्ति के लिए एक शक्ति चाहिए होती है, जिससे उसे सम्बल प्राप्त हो सके, उसी शक्ति को जगाना नवरात्रि में सबसे अधिक आसान होता है। इस वर्ष 17 अक्टूबर 2020 से नवरात्रि का प्रारंभ हो रहा है। तो आप लोग भी अपने अंदर ऐसी ही दैविक शक्तियों को जाग्रत करके अपने जीवन में अलौकिक आनन्द को प्राप्त कर सकते हैं।