Ek Mukhi Rudraksha: एक मुखी रुद्राक्ष की ये है असल पहचान, धारण करने से मिलेंगे फायदे हजार
Ek Mukhi Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का एक खास महत्व बताया गया है। मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के असुओं से हुई थी। शिव महापुरण में 16 प्रकार के रुद्राक्ष के बारे में बताया गया है, लेकिन हम बात करने वाले हैं एक मुखी रु्द्राक्ष के बारे में, तो आइए जानते हैं।;
Ek Mukhi Rudraksha Benefits: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रुद्राक्ष की उत्पत्ति महादेव की आसुओं से हुई थी। मान्यता है कि शिव महापुराण में 16 तरह रुद्राक्ष के बारे में बताया गया है। इन 16 रुद्राक्ष का अपना अलग-अलग महत्व है। आज इस खबर में एक मुखी रुद्राक्ष के फायदे के बारे में बताने वाले हैं। लेकिन इसके पहनने के साथ ही इसके महत्व के बारे में बताने वाले हैं। साथ ही रुद्राक्ष के असली और नकली होने की पहचान भी बताएंगे।
एक मुखी रुद्राक्ष का क्या है महत्व
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति अपने आप को ईश्वर से जुड़ा हुआ महसूस करने लगता है। ऐसी मान्यता है कि एक मुखी रुद्राक्ष को परम शिव की शक्ति का कारक माना गया है जो जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाता है। इस रुद्राक्ष को मोक्ष प्राप्ति का सबसे सरल साधन भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ती है इसके साथ ही इसे धारण करने वालों को भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष को पहनने से जातक की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
एक मुखी रुद्राक्ष को पहचानने का तरीका
ज्योतिषियों के अनुसार, एक मुखी रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालें, यदि वह पहले से अधिक गहरा रंग दिखने लगे तो इसका मतलब ये असली रुद्राक्ष है।
शास्त्रों के अनुसार, एक मुखी रुद्राक्ष में एक ही धारी होती है। अगर एक मुखी रुद्राक्ष की असली-नकली पहचान करनी है तो गर्म पानी में इसे उबालें। अगर रुद्राक्ष ने अपना रंग नहीं छोडा तो इसका मतलब कि वे असली है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।