Palmistry: आपकी हथेली में छिपे हैं कई राज, इन शुभ चिन्हों से जानें आप पर मां लक्ष्मी की है कितनी कृपा!
Palmistry: हस्तरेखा में इस तरह के चिन्हों को मां लक्ष्मी से जोड़ा गया है। इनमें लक्ष्मी योग, राजलक्ष्मी योग, गजलक्ष्मी योग और धनपति योग के चिन्हों के बारे में बताया गया है, आइए इसके बारे में जानते हैं...;
ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा विज्ञान (Palmistry) एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। इसके जरिए किसी भी व्यक्ति की हथेली देखकर जीवन के बारे में काफी कुछ बताया जाता है। हालांकि, ऐसा जरुरी नहीं है कि रेखाओं से व्यक्ति के भविष्य के बारे में सटीक मूल्यांकन किया जा सके। ऐसा इसलिए क्योंकि कर्मों के हिसाब से रेखाएं भी बदलती रहती है और इससे जीवन में अच्छे और बुरे दोनों असर हो सकते हैं। वहीं, हस्तरेखा में कुछ चिन्हों के बारे में जिक्र किया गया है, जिसके मुताबिक ये चिन्ह जिनकी हथेली में होते हैं उन्हें अच्छे फलों की प्राप्ति होती है। हस्तरेखा में इस तरह के चिन्हों को मां लक्ष्मी से जोड़ा गया है। इनमें लक्ष्मी योग, राजलक्ष्मी योग, गजलक्ष्मी योग और धनपति योग के चिन्हों के बारे में बताया गया है, आइए इसके बारे में जानते हैं...
लक्ष्मी योग
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली पर चंद्रमा, शुक्र और बुध पर्वत विकसित होने के साथ रंग लाल होता है तो इससे लक्ष्मी योग बनता है। ऐसे लोगों पर धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा रहती है। ये लोग अपनी मेहनत के दम पर धन-सम्पति पाते हैं। इनकी अच्छे योग का लाभ इनके जीवनसाथी को भी मिलता है।
राजलक्ष्मी योग
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक ऐसे लोग जिनकी हथेली पर चंद्र, शुक्र, सूर्य, बुध और गुरु पर्वत पुष्ट होता है उनका राजलक्ष्मी योग बनता है। इन्हें जल्दी तरक्की मिलती है। इस शुभ चिन्ह वाले लोगों को कभी पैसों के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ता है। इनके पास कभी धन की कमी नहीं होती है।
धनपति योग
जिनकी हथेली पर जीवन रेखा और भाग्य रेखा एक दूसरे दूर होती है तो धनपति योग बनता है। इस तरह के लोगों को कभी भी धन की कमी नहीं होती है। ऐसे लोग धन्ना सेठ कहलाते हैं। मां लक्ष्मी भी इन पर खास मेहरबान रहती हैं।
गजलक्ष्मी योग
अगर आपकी दोनों हथेलियों की भाग्य रेखा मणिबंध से सीधा शनि पर्वत तक जा रही है तो ऐसे में गजलक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा जिनकी हथेलियों की सूर्य रेखा पतली और लाल होने के साथ साथ ही आयु रेख, मस्तिक रेख और स्वास्थ्य रेख साफ नजर आती है तब भी गजलक्ष्मी योग बनता है। ऐसे लोगों को मां लक्ष्मी की कृपा और राजसी सुख-सम्मान मिलता है।
Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।