Phulera Dooj 2022: फुलेरा दूज पर विवाह करने से मिलता है भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद, जानें इस दिन की ये महत्वपूर्ण बात
Phulera Dooj 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार हिन्दू वर्ष के अंतिम मास फाल्गुन माह में शुक्ल की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार फुलेरा दूज 04 मार्च 2021 दिन शुक्रवार को मनायी जाएगी। वहीं माना जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण और राधा जी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम की बहार आती है और इस दिन शादी-विवाह करने पर भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद मिलता है।;
Phulera Dooj 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार हिन्दू वर्ष के अंतिम मास फाल्गुन माह में शुक्ल की द्वितीया तिथि को फुलेरा दूज का पर्व मनाया जाता है। इस बार फुलेरा दूज 04 मार्च 2021 दिन शुक्रवार को मनायी जाएगी। वहीं माना जाता है कि इस दिन भगवान कृष्ण और राधा जी की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम की बहार आती है और इस दिन शादी-विवाह करने पर भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद मिलता है।
फुलेरा दूज का दिन होली के आगमन का प्रतीक माना जाता है। फुलेरा दूज के दिन से होली के पर्व की तैयारियां आरंभ हो जाती हैं। फुलेरा दूज के दिन से उत्तर भारत के गांवों में जहां पर होली रखी जाती हैं वहां पर प्रतीकात्मक रूप में उपले या फिर लकड़ी रख दी जाती हैं। कई जगहों पर फुलेरा दूज के दिन को उत्सव की तरह मनाया जाता है। फुलेरा दूज के दिन से लोग होली में चढ़ाने के लिए गोबर की गुलरियां भी बनाई जाती हैं।
होली से पहले आने वाली इस दूज से कृष्ण मंदिरों में फाल्गुन का रंग चढ़ने लगता है। इस पर्व का महत्व शादियों को लेकर भी है। होली से करीब पंद्रह दिन पहले शादियों का शुभ मुहूर्त समाप्त हो जाता है। जबकि फुलेरा दूज के दिन हर पल शुभ होता है। यह तिथि भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित होती है। वहीं फुलेरा दूज का शाब्दिक अर्थ फुलेरा का अर्थ है फूल, जो फूलों को दर्शाता है। यह माना जाता है।
भगवान कृष्ण फूलों के साथ खेलते हैं और फुलेरा दूज की शुभ पूर्व संध्या पर होली के त्योहार में भाग लेते हैं। यह त्योहार लोगों के जीवन में खुशियां और उल्लास लाता है। वहीं वैवाहिक जीवन के लिहाज से ये दिन बहुत खास होता है और इस दिन बिना मुहूर्त के ही शादी-ब्याह संपन्न किए जाते हैं।
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फुलेरा दूज 2022 शुभ मुहूर्त
फुलेरा दूज तिथि | वर्ष 2022 में फुलेरा दूज का पर्व 04 मार्च, दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। |
द्वितीया तिथि शुरु | 03 मार्च रात्रि 09:35 बजे से |
द्वितीया तिथि समाप्त | 04 मार्च रात्रि 08:20 बजे |
फुलेरा दूज के दिन विवाह करने पर मिलता है भगवान का आशीर्वाद
फुलेरा दूज को हिंदू शास्त्रों में बड़ा ही महत्वपूर्ण योग बताया है। इसीलिए इस दिन सर्वाधिक विवाह समारोह भी संपन्न होते हैं। हिंदू पंचांग की मान्यता के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि विवाह बंधन के लिए वर्ष का सर्वोत्तम दिन है। मान्यता है कि इस दिन विवाह करने से दंपति को भगवान कृष्ण का आशीर्वाद हासिल होता है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)