भगवान शिव सोमवार के दिन ये उपाय करने से होते हैं प्रसन्न, कर देते हैं मालामाल
- आज आषाढ़ मास का अंतिम सोमवार है।
- भगवान शिव अपने भक्तों पर हमेशा मेहरवान रहते हैं और उनकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
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आज आषाढ़ मास का अंतिम सोमवार है और कल देवशयनी एकादशी है। देवशयनी एकादशी के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु योगनिन्द्रा में चले जाएंगे और पूरे चातुर्मास में सृष्टि के सृजन का कार्यभार भगवान शिव के हाथों में रहेगा। तथा इस दौरान पूरा वातावरण शिवमय नजर आएगा। इसलिए इस दौरान चारों ओर शिव पूजा की धूम छायी रहेगी। ऐसे में सभी शिव भक्त अपने-अपने तरीके से भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयत्न करेंगे। वहीं भगवान शिव अपने भक्तों पर हमेशा मेहरवान रहते हैं और उनकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं। तो आइए जानते हैं आज सोमवार के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपायों के बारे में...
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भगवान शिव को प्रसन्न करने के उपाय
सोमवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करके भगवान शंकर, माता पार्वती और नंदी को गंगाजल या पवित्र जल चढ़ाएं। सोमवार के दिन शिवजी को खास तौर पर चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा या आंकड़े के फूल चढ़ाएं। ये सभी चीजें भगवान शिव की प्रिय हैं। इन्हें चढ़ाने पर भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते है। सोमवार के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप 108 बार करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा करने से भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होती हैं।
अगर आप भोले नाथ की पूजा कर रहे हैं तो ध्यान रखें कि जब आप उन्हें चावल अर्पित करें तो चावल के दाने टूटे हुए नहीं होने चाहिए। वहीं शिव जी को नारियल भी बेहद पसंद है तो आप उन्हें नारियल चढ़ा सकते हैं। पूजा करते वक्त कभी काले वस्त्र धारण ना करें, अगर आपके पास हरा रंग का वस्त्र है तो आप उसे पहनकर पूजा कर सकते हैं। इसके अलावा केसरिया, पीला, लाल और सफेद वस्त्र भी आप धारण कर सकते हैं।
सोमवार के दिन शिवजी को खास तौर पर चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा या आंकड़े के फूल चढ़ाएं। ये सभी चीजें भगवान शिव की प्रिय हैं। इन्हें चढ़ाने पर भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते है। सोमवार के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप 108 बार करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
शिवलिंग पर न चढ़ाएं ये चीज
- मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ को सफेद रंग के फूल पसंद होते हैं।
- भगवान शिव की पूजा में शंख से जल अर्पित करने का विधान भी नहीं , इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए।
- इसके अलावा भगवान शिव की पूजा में तुलसी का प्रयोग भी वर्जित माना गया है।
- शिव पूजा में तिल का भी प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि मान्यता है कि तिल भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ माना जाता है, ऐसे में तिल भगवान विष्णु को तो अर्पित किया जाता है पर शिव जी को नहीं चढ़या जाता।
ना करें ये काम
भगवान शिव किसी दूसरे व्यक्ति के धन और स्त्री पर नजर रखना, चोरी करना, जुआ खेलना, माता-पिता और देवी-देवताओं का सम्मान न करना एवं साधु संतों से अपनी सेवा करवाने वाले व्यक्ति से अप्रसन्न रहते हैं। ऐसे में इन कार्यों का त्याग करने का संकल्प लेकर सोमवार के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय करने चाहिए। सोमवार के दिन पूजा करते हुए काले कपड़े भूलकर भी नहीं पहननें चाहिए, क्योंकि धार्मिक मान्यताओं की माने तो भगवान शिव को काला रंग पसंद नहीं है और काले रंग के वस्त्रों से वे क्रोधित हो जाते हैं, ऐसे में शिव पूजा के दौरान काले कपड़े पहनने से हमेशा बचें और कोशिश करें कि सोमवार को शिव पूजा में हरा, लाल, सफ़ेद, केसरिया, पीला या आसमानी रंग के वस्त्र ही धारण करें।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)