Sankashti Chaturthi 2022: आषाढ़ चौथ की कथा पढ़ने-सुनने से होती हैं पुत्ररत्न की प्राप्ति, एक क्लिक में पढ़ें पूरी स्टोरी

Sankashti Chaturthi 2022: प्रत्येक महीने में दो बार चतुर्थी आती है, एक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और दूसरी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी। दोनों ही चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। वहीं शास्त्रों की मानें तो आषाढ़ मास की संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व होता है।;

Update: 2022-06-10 05:48 GMT

Sankashti Chaturthi 2022: प्रत्येक महीने में दो बार चतुर्थी आती है, एक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी और दूसरी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी। दोनों ही चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। वहीं शास्त्रों की मानें तो आषाढ़ मास की संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। यह चतुर्थी सभी संकटों को हरने वाली हैं और निसंतान दंपत्तियों को संतान प्रदान करने वाली है। तो आइए जानते हैं, आषाढ़ संकष्टी चतुर्थी व्रत की कथा के बारे में...

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आषाढ़ चौथ की कहानी

एक समय की बात है कि, पौराणिक काल में माहेश्मती नाम की एक नगरी थी। उस नगरी में एक राजा राज्य करता था। वह राजा बहुत ही धार्मिक प्रवृति का था। उस राजा का नाम महाजीत था। महाजीत का घर सभी तरह से संपन्न था, परन्तु उसके कोई पुत्र नहीं था। इसीलिए वह उदास सा ही रहता था।

महाजीत ने पुत्र प्राप्ति के लिए कई धार्मिक कार्य किए और धार्मिक कार्य करते-करते उसकी उम्र निकल गई। लेकिन अनेक धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद भी उसके कोई पुत्र उत्पन्न नहीं हुआ।

एक दिन महाजीत ने अपनी यह दुखद गाथा लोमेश ऋर्षि को सुनाई। उसको दुखी देखकर लोमेश ऋषि ने उससे कहा कि, हे राजन यदि तुम अपनी पत्नी के साथ गणेश चौथ का व्रत करों, तो उससे तुम्हारे मन की इच्छा पूर्ण होगी और तुम्हारे पुत्र उत्पन्न होगा।

तत्पश्चात राजा ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर गणेश चौथ का व्रत किया और भगवान गणेश की कृपा से उसकी पत्नी गर्भवती हो गई और दसवें महीने में उसके गर्भ से एक सुन्दर पुत्र का जन्म हुआ। वहीं भगवान गणेश ने उस राजा के मन की सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर दीं।

हे भगवान गणेश जैसे आपने राजा महाजीत की मन की अभिलाषा पूर्ण की, उसको पुत्ररत्न की प्राप्ति की, वैसे ही इस कथा को कहते-सुनते और हूंकारा भरते सबके मन की अभिलाषा पूर्ण करना और आप सबके कारज सिद्ध कीजिए।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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