Sankashti chaturthi 2022: चैत्र माह की संकष्टी चतुर्थी कब है, ऐसे करें इस बार भगवान गणेश की पूजा

Sankashti chaturthi 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो बार चतुर्थी तिथि आती है। पहली चतुर्थी तिथि शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में आती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि, संकष्टी चतुर्थी के दिन विधि -विधान से भगवान गणेश की पूजा करने करने से सभी मनोकामना पूरी हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं चैत्र मास की संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा कैसे करें और भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत के शुभ मुहूर्त के बारे में...;

Update: 2022-03-15 07:10 GMT

Sankashti chaturthi 2022: हिन्दू पंचांग के अनुसार हर महीने में दो बार चतुर्थी तिथि आती है। पहली चतुर्थी तिथि शुक्ल पक्ष में और दूसरी कृष्ण पक्ष में आती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि, संकष्टी चतुर्थी के दिन विधि -विधान से भगवान गणेश की पूजा करने करने से सभी मनोकामना पूरी हो जाती हैं। तो आइए जानते हैं चैत्र मास की संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा कैसे करें और भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी व्रत के शुभ मुहूर्त के बारे में...

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संकष्टी चतुर्थी तिथि के दिन व्रती को प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाना चाहिए और उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए।

सूर्यदेव को जल अर्पित करें और उसके बाद संकष्टी चतुर्थी व्रत एवं भगवान गणेश की पूजा का संकल्प लें। पूजास्थान पर आप गणेश जी की मूर्ति को स्थापित करें और गंगाजल से उनका अभिषेक करें।

चंदन लगाएं और गणेश जी को वस्त्र, फूल-माला, 21 दूर्वा, फल, अक्षत, धूप, दीप, गंध और मोदक आदि का भोग लगाएं। गणेश चालीसा का पाठ करें और उसके बाद संकष्ठी चतुर्थी व्रत की कथा पढ़ें और सुनें।

पूजा के अंत में भगवान गणेश की आरती करें। तथा दिनभर फलाहार करते हुए रात्रि में चंद्रमा को अर्घ्य देकर पूजा करें और उसके पश्चात व्रत का पारण करें। यदि आप चतुर्थी तिथि के दिन रात्रि में व्रत का पारण नहीं करते हैं, तो आप उसके अगले दिन भी पारण कर सकते हैं।

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भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी 2022

पूजा का शुभ मुहूर्त, दिन और दिनांक 

सोमवार, 17 मार्च 2022

संकष्टी चतुर्थी चंद्रोदय का समय 

रात्रि 09:47 बजे

चतुर्थी प्रारंभ

 21 मार्च 2022 08:20 AM

चतुर्थी समाप्त

 22 मार्च 2022 06:24 AM

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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