जानिए संतान गोपाल मंत्र, इसका प्रभाव और प्रयोग की विधि
Santhan Gopal mantra : शादी के बाद प्रत्येक दंपति चाहते हैं कि शीघ्र ही उनके आंगन में बच्चे की किलकारियों की गूंज सुनाई दें। कुछ दंपतियों की ये मनोकामना तो जल्दी ही पूरी हो जाती है लेकिन कुछ लोगों को यह सौभाग्य प्राप्त होने में थोड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।;
Santhan Gopal mantra : शादी के बाद प्रत्येक दंपति चाहते हैं कि शीघ्र ही उनके आंगन में बच्चे की किलकारियों की गूंज सुनाई दें। कुछ दंपतियों की ये मनोकामना तो जल्दी ही पूरी हो जाती है लेकिन कुछ लोगों को यह सौभाग्य प्राप्त होने में थोड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। और आजकल तो शादी के एक-दो वर्ष बाद ही लोग डॉक्टरों के पास जाने लग जाते हैं। यहां तक कि तंत्र, मंत्र और बाबाओं के पास भी पैसे बर्बाद करते हैं। लेकिन दोष उन दंपतियों का भी नहीं है। ऐसे दंपतियों को उनके परिवार, समाज और रिश्तेदार आदि भी ताने मारने लग जाते हैं। कि अभी तक इनके घर संतान नहीं हुई। लेकिन हमारे धर्मशास्त्रों में ऋषि-मुनियों से अनेक ऐसे मंत्रों की रचना की है जिनके प्रभाव से संतान ही नहीं आपके जीवन में आने वाली अनेक समस्याओं से निजात पाई जा सकती है। और लोगों का जीवन सुखमय हो सकता है। शास्त्रों में बताया गया है कि संतान गोपाल मंत्र का नियम पूवर्क जाप करने से उत्तम पुत्र की प्राप्ति होती है। और जिन लोगों को दशकों तक डॉक्टरों से इलाज कराने के बाद भी संतान की प्राप्ति नहीं होती है उन्हें इस संतान गोपाल मंत्र के नियम पूर्वक जाप से संतान की प्राप्ति होती है। और संतान की प्राप्ति में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं उनकी दूर हो जाती हैं। और इस मंत्र के प्रभाव से निश्चित ही संतान की प्राप्ति होती है। तो आइए आप भी जानें संतान गोपाल मंत्र का जाप कब करना चाहिए, कैसे करना चाहिए, और कितनी संख्या में करना चाहिए।
संतान गोपाल मंत्र
"ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।"
संतान गोपाल मंत्र का प्रभाव
कई ऐसे दंपति होते हैं जिनके घर में संतान तो है लेकिन कन्या संतान है और वो लोग पुत्र संतान की इच्छा रखते हैं। अगर ऐसे में आप संतान गोपाल मंत्र का जाप नियम पूर्वक करते हैं तो पुत्र प्राप्ति में आ रही सभी प्रकार की बाधाएं आपकी दूर हो जाती हैं। और आपको मनवांछित संतान की प्राप्ति होती है। और संतान गोपाल मंत्र के प्रभाव से होने वाली आपकी संतान दीर्घायु होती है। स्वस्थ होती है। तेजस्वी, यशस्वी और बहुत बुद्धिमान संतान होती है। इस मंत्र के प्रभाव से आपको होने वाली संतान की बहुत तीक्ष्ण बुद्धि होती है। लेकिन इस मत्र के जाप के दौरान कुछ नियम बहुत जरुरी होते हैं। जिनका पालन करना बहुत होता है। तभी इस मंत्र का आपको शुभ फल प्राप्त होता है।
संतान गोपाल मंत्र के जाप की विधि
1. जिस दिन से आप मंत्र का जाप शुरू करें उस दिन से सूर्योदय के पूर्व आप उठना प्रारंभ करें।
2. उठने के बाद नित्य क्रियाओं से निवृत होकर स्नान करें। और स्वच्छ वस्त्र धारण करके आप भगवान सूर्यदेव को जल अर्पित करें।
3. भगवान सूर्यदेव को आप तांबे के लोटे में ही जल अर्पित करें। और उस जल में थोड़ी सी हल्दी, रोली डालकर ही सूर्यदेव को जल अर्पित करें। इससे संतान प्राप्ति में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं।
4. सूर्यदेव को जल देने के बाद आप अपने घर के ईशान कोण में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की मूर्ति अथवा चित्र या लड्डू गोपाल लकड़ी की चौकी पर पीले रंग कपड़ा बिछाकर स्थापित करें।
5. चौकी पर बालगोपाल से पहले आप गणेशजी की मूर्ति स्थापित करें।
6. चौकी पर आपको प्रतिदिन शुद्ध घी का दीपक जलाना है। और तांबे के पात्र में चौकी के पास जल रखना है। इसके बाद आप आसन बिछाकर वहां बैठ जाएं। और सबसे पहले गणपति जी का पूजन करें। गणपति जी को दूर्वा और मोदक आदि का भोग लगाएं। उसके बाद आप गोपाल जी का पूजन करें और गोपाल जी को भी माखन और मिश्री का भोग लगाएं। आप चाहें तो गोपाल जी को छप्पन भोग भी लगा सकते हैं। और गोपाल जी को भोग लगाने के बाद संतान गोपाल मंत्र का 108 बार जाप करें।