Putrada Ekadashi 2021 : सावन माह की पुत्रदा एकादशी आज, मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए जरुर करें ये काम

Putrada Ekadashi 2021: सावन माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी और पवित्रा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के बाल-गोपाल रुप की पूजा की जाती है और इस दिन व्रत करने का विधान है। इस दिन व्रत-उपवास करने से संतान समेत अनेक प्रकार की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। और संतान के उज्जवल भविष्य का वरदान प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं साल 2021 में सावन पुत्रदा एकादशी व्रत तिथि और इस दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।;

Update: 2021-08-18 05:40 GMT

Putrada Ekadashi 2021: सावन माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी और पवित्रा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण के बाल-गोपाल रुप की पूजा की जाती है और इस दिन व्रत करने का विधान है। इस दिन व्रत-उपवास करने से संतान समेत अनेक प्रकार की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। और संतान के उज्जवल भविष्य का वरदान प्राप्त होता है। तो आइए जानते हैं साल 2021 में पुत्रदा एकादशी व्रत तिथि और इस दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।

पुत्रदा एकादशी तिथि

सावन मास 2021 में पुत्रदा एकादशी का व्रत 18 अगस्त, दिन बुधवार यानि आज रखा जाएगा।

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पुत्रदा एकादशी उपाय

यदि आपकी संतान को नौकरी की प्राप्ति नहीं हो रही है तो आप भगवान विष्णु को तुलसी से बनी खीर का प्रत्येक एकादशी पर भोग लगाएं। ऐसा करने से आपकी संतान को जल्द ही नौकरी की प्राप्ति हो जाएगी।

पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा अवश्य करें और उन्हें तुलसी से बने पंचामृत से स्नान कराएं। आपके ऐसा करने से आपकी संतान की सभी प्रकार की समस्या समाप्त हो जाएंगी।

पुत्रदा एकादशी के दिन आप शाम के समय शुद्ध गाय के घी का दीपक तुलसी के पौधे के आगे जलाना चाहिए। ऐसा करने से आपके और आपकी अपनी संतान के साथ संबंध मधूर बने रहेंगे।

पुत्रदा एकादशी के दिन गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान करके आप अक्षय पुण्य के अधिकारी बन सकते हैं। ऐसा करने से आपके पितर भी प्रसन्न होंगे और साथ ही आपको उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होगा।

पुत्रदा एकादशी के विधि विधान से व्रत करने पर आपकी संतान संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं।

पुत्रदा एकादशी के व्रत -उपवास करने से और तुलसी पूजा करने से आपको भगवान विष्णु के साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।

पुत्रदा एकादशी के दिन भोग में तुलसीदल का प्रयोग करने से भगवान विष्णु शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी मनोकामनाए शीघ्र ही पूरी कर देते हैं।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)  

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