Sawan 2021 : सावन के पहले मंगलवार को बन रहा अंगारकी चतुर्थी और मंगला गौरी व्रत का शुभ संयोग, जानें कैसे पाएं मां पार्वती के साथ भगवान गणेश का आशीर्वाद

Sawan 2021 : सावन माह में मंगलवार के दिन माता मंगला गौरी व्रत जाता है और वहीं साल 2021 में सावन के पहले मंगलवार को सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि होने के कारण इस दिन अंगारकी चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी का योग भी बन रहा है।;

Update: 2021-07-25 02:54 GMT

Sawan 2021 : सावन माह में मंगलवार के दिन माता मंगला गौरी व्रत जाता है और वहीं साल 2021 में सावन के पहले मंगलवार को सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि होने के कारण इस दिन अंगारकी चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी का योग भी बन रहा है। इसलिए इस दिन माता पार्वती के साथ-साथ भगवान गणेश की पूजा करना भी विशेष लाभदायक सिद्ध होगा। वैसे तो पूरे सावन माह के साथ-साथ चातुर्मास के दौरान संपूर्ण सृष्टि शिवमय ही नजर आती है और इस दौरान शिव परिवार की पूजा की जाती है, लेकिन इस बार सावन माह के प्रथम मंगलवार को मंगला गौरी व्रत और अंगारकी चतुर्थी व्रत होने के कारण इस मंगलवार का महत्व और भी अधिक हो जाता है। वहीं सावन का पहला मंगला गौरी व्रत और संकष्ठी चतुर्थी का योग 27 जुलाई 2021, मंगलवार के दिन बन रहा है। तो आइए जानते हैं इस शुभ मुहूर्त में माता पार्वती और विघ्नहर्ता भगवान गणपति को कैसे प्रसन्न करें।

ये भी पढ़ें : Sankashti Chaturthi 2021 : सावन की पहली संकष्टी चतुर्थी डेट और जानें भगवान गणेश को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाने का मंत्र

मंगला गौरी और अंगारकी चतुर्थी व्रत का शुभ संयोग

हिंदू पंचांग के अनुसार 25 जुलाई 2021, रविवार के दिन से सावन का पवित्र माह प्रारंभ हो रहा है। वहीं सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को पड़ रहा है। इस तरह सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि और सावन माह का प्रथम मंगलवार का दिन 27 जुलाई को पड़ेगा। 27 जुलाई को सावन का पहला मंगला गौरी व्रत रखा जाएगा और वहीं इस दिन सावन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि होने के कारण अंगारकी चतुर्थी का योग बन रहा है, इसलिए इस दिन संकष्ठी चतुर्थी होने के कारण भगवान गणपति की पूजा भी की जाएगी। माता पार्वती के साथ-साथ उनके पुत्र भगवान गणेश की पूजा का शुभ संयोग होने के कारण यह दिन बहुत शुभ है। इस दिन सुहागिनें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं और वहीं संकटों से निजात पाने के लिए भी लोग इस दिन व्रत रखते हैं।

मंगला गौरी और संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा विधि

  • सावन माह के प्रथम मंगलवार के दिन सूर्योदय से पूर्व ब्रहम मुहूर्त में उठकर नित्यक्रियाओं निवृत्त होकर साफ-सुधरे वस्त्र धारण करें।
  • इसके बाद चौकी पर स्वच्छ लाल कपड़ा बिछाकर माता पार्वती और भगवान गणेश की प्रतिमा अथवा शिव परिवार की प्रतिमा स्थापित करें।
  • इसके बाद विधि-विधान से माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा करें।
  • माता पार्वती को सुहाग की चीजें चढ़ाकर उन्हें किसी सुहागन महिला को दे दें।
  • भगवान गणपति को दूर्वा, मोदक, लड्डू आदि का भोग लगाएं।
  • इस दिन एक ही बार अन्न ग्रहण करके पूरे दिन शिव परिवार की अराधना करनी चाहिए।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

Tags:    

Similar News