Sawan 2021 : सावन माह में हरी चूड़ी पहनने का ये खास महत्व, जानें...
- जानें, क्यों पहनी जाती हैं सावन में हरी चूड़ियां
- जानें, क्यों लगायी जाती हैं सावन में मेहंदी
- जानें, क्यों पहने जाते हैं सावन में हरे वस्त्र
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Sawan 2021 : भगवान शिव के प्रिय मास सावन के रंग में इस वक्त हर कोई रंग जाता है। चारों ओर हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है, जहां मानसून की बरखा ने हर पेड़-पौधे और धरा को पूरी तरह से नहला दिया हो, वहीं महिलाओं और लड़कियों के हर श्रृंगार ने भी हर किसी का मन मोह लिया है, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर सावन के महीने में महिलाएं हरी चूड़ियां या हरा वस्त्र क्यों पहनती हैं। तो आइए जानते हैं सावन के महीने में हरी चूड़ियां और हरा वस्त्र पहनने के बारे में...
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हरा रंग सौभाग्य से जुड़ा होता है। दरसअल हरा रंग प्रेम-प्रसंग, चित्त और खुशी का प्रतीक माना जाता है। और इसी वजह से महिलाएं सावन के महीने में हरे रंग के श्रृंगार से भगवान और प्रकृति को धन्यवाद देती हैं और अपनी खुशी का इजहार करती हैं।
हरा रंग सौभाग्य से जुड़ा होता है इसलिए इस माह में बहुत से लोग हरे रंग का कपड़ा पहनना पसंद करते हैं और भगवान शिव का सावन प्रिय मास है, हरा रंग शिव का प्रिय रंग भी है और उन्हें खुश करने के लिए हरी चूड़ियां या हरा वस्त्र पहना जाता है और हाथों में मेहंदी लगाई जाती है। जिससे महिलाओं को अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान भी मिलता है। तथा साथ ही यह रंग बुध ग्रह का रंग भी है।
ज्योतिष में बुध ग्रह का रंग हरा रंग ही माना जाता है। इंसान की कामयाबी के लिए, उसका करियर में सफल होना बहुत जरुरी है और इसके लिए बुध ग्रह को खुश करने के लिए हरे रंग का श्रृंगार किया जाता है।
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चूड़ियों का महत्व
चूड़ियां तो मन की चंचलता को दर्शाती हैं, तो वहीं कंगना मातृत्व की ललक उत्पन्न करता है, इसलिए कंगन तो बहनों का श्रृंगार है और चूड़ियां कुंवारी कन्याएं भी पहनती हैं।
वहीं हमारे साहित्कारों ने इस श्रृंगार के बारे में इतना कुछ लिखा है जिसके बारे में बात करना बेहद कठिन है। वैसे भी जब तक दुल्हन के हाथ में चूड़ियां और कंगन खनकते नहीं हैं तब तक अहसास नहीं होता कि दुल्हन घर आ गई है।
सावन का महीना प्रेम का महीना भी कहलाता है। बेहद ही खुबसूरत श्रृंगार में शामिल कंगना और चूड़ी केवल महिलाओं को ही नहीं रिझाते हैं, बल्कि पुरुषों का हृदय भी चुराते हैं। सावन का महीना प्रेम का महीना होता है और इसी कारण महिलाएं अपने सुन्दर-सुन्दर श्रृंगार से अपने पतियों को रिझाने का भी काम करती हैं। इसलिए भी सावन के महीने में हरी चूड़ियां और हरे वस्त्र पहनने का विधान है।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi।com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)