Sawan Mass 2022: सावन में घर में शिवलिंग स्थापित करने के ये हैं जरुरी नियम
Sawan Mass 2022: सभी लोग जानते हैं कि, हिन्दू धर्मशास्त्रों में शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाने का सुझाव दिया गया है और इसे अत्यधिक लाभकारी भी बताया गया है। वहीं शिवरात्रि के दिन दुनियाभर के सभी हिन्दू मंदिरों में भगवान शिव की पूजा करने के लिए भक्त जुटते हैं और मंदिरों में जाकर सभी लोग जलाभिषेक करते हैं।;
Sawan Mass 2022: सभी लोग जानते हैं कि, हिन्दू धर्मशास्त्रों में शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाने का सुझाव दिया गया है और इसे अत्यधिक लाभकारी भी बताया गया है। वहीं शिवरात्रि के दिन दुनियाभर के सभी हिन्दू मंदिरों में भगवान शिव की पूजा करने के लिए भक्त जुटते हैं और मंदिरों में जाकर सभी लोग जलाभिषेक करते हैं। इसीलिए शिवलिंग पूजा से जुड़े बहुत सारे लाभों के साथ-साथ भगवान शिव का हर भक्त अपने घर में शिवलिंग रखना चाहता है और वो चाहता है कि, वह रोजाना शिवलिंग की पूजा कर सके। शिवलिंग को घर में रखना चाहिए या नहीं ये एक बहस का मुद्दा रहा है। जहां कुछ लोगों का मत है कि, शिवलिंग को घर में रखना अशुभ है तो वहीं कुछ लोगों की राय है कि, हम शिवलिंग को घर में रख सकते हैं। परन्तु इसके चलते कुछ नियमों का पालन किया जाना चाहिए। तो आइए जानते हैं शिवलिंग को घर में रखने के नियमों के बारे में...
शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है। शिवलिंग भगवान शिव का विग्रह है। जब किसी देवता के प्रतीक की पूजा करते हैं तो ऐसा कहा जाता है कि, मूर्तियां प्रतीक हो तो उनसे दिव्य ऊर्जा प्राप्त होती है। क्योंकि वे देवता का प्रतिनिधि भी हैं। इसीलिए हमें कभी भी घर में एक शिवलिंग नहीं रखनी चाहिए। इसके अलावा क्योंकि भगवान शिव एक हैं तो हमें एक ही स्थान पर उनके अनेक प्रतीकों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
वहीं शिवलिंग को दूध, जल, गंगाजल और शहद आदि मिलाकर स्नान कराया जा सकता है। लेकिन कभी भी नारियल पानी को शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए इस्तेमाल ना करें। हालांकि कच्चे नारियल को हमेशा शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं।
शिवलिंग को कभी भी बंद स्थान पर स्थापित नहीं करना चाहिए। इसीलिए शिवलिंग को घर में स्थापित नहीं करते हैं। लेकिन घर में यदि शिवलिंग स्थापित करते हैं तो वह स्थान खुला होना चाहिए। यदि आप घर में शिवलिंग की पूजा करते हैं तो घर में भगवान शिव पर या शिवलिंग पर तुलसीपत्र कभी भी ना चढ़ाएं।
(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)