Shaligram Stone: अगर आप भी अपने घर लाना चाहते हैं शालिग्राम, तो जान लें ये 5 नियम, नहीं तो हो सकता हैं बड़ा नुकसान

Shaligram Stone: शालिग्राम पत्थर को सनातन धर्म में साक्षात भगवान नारायण का निराकार तथा विग्रह रूप माना गया है। भगवान राम श्री हरी के सातवें अवतार के रूप में माने जाते हैं। अगर आप अपने घर में भगवान शालिग्राम की स्थापना करना चाहते हैं तो भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां।;

Update: 2023-02-04 09:38 GMT

Shaligram Stone: अयोध्या के राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) में रामलला की प्रतिमा बनाने के लिए नेपाल की गंडकी नदी से शालिग्राम (Shaligram) की खास शिलाएं मंगवाई गई हैं। शालिग्राम पत्थर को सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में साक्षात भगवान (God) नारायण का निराकार तथा विग्रह रूप माना गया है और भगवान राम (Lord Ram) श्री हरी के सातवें अवतार के रूप में जाने जाते हैं। विष्णु रूपी शालिग्राम को कुछ लोग अपने घर के मंदिर में पूजा के लिए भी रखते हैं। मान्यताओं के अनुसार, शालिग्राम पत्थर को घर में रखने से भगवान नारायण प्रसन्न तो रहते हैं साथ ही धन की देवी (Goddess of wealth) माता लक्ष्मी का पूर्ण रूप से आशीर्वाद भी मिलता है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि शालिग्राम को घर में स्थापित करने के बाद कुछ खास नियमों का पालन करना होता है और अगर इन नियमों का पालन नहीं करते हैं तो बड़े संकट का सामना भी करना पड़ सकता है।

शालिग्राम पर अक्षत न चढ़ाएं

ज्योतिषियों के कहें अनुसार, कभी भी शालिग्राम महाराज पर अक्षत यानी चावल नहीं चढ़ाने चाहिए। प्रत्येक माह में आने वाली एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित होती है और नारायण को कभी अक्षत अर्पित नहीं किए जाते हैं। मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि सफेद चावल या अक्षत को भगवान विष्णु पर चढ़ाने से व्यक्ति को दोष लगता है।  

शालिग्राम को खरीद कर घर लाएं

अगर आप भी अपने घर शालिग्राम भगवान को स्थापित करना चाहते हैं, तो ये बातें हमेशा याद रखना चाहिए। अपनी मेहनत की कमाई से शालिग्राम को खरीद कर घर में लाएं। मान्यताओं के अनुसार, शालिग्राम को किसी गृहस्थ इंसान को भेंट नहीं करना चाहिए और न ही किसी से लेने चाहिए। अगर आपको अपने घर में स्थापना करनी है तो अपनी कमाई से खरीदे या फिर किसी साधु-महात्मा से आशीर्वाद के रूप में ले सकते हैं।

घर में रखें एक ही शालिग्राम

ज्योतिषियों के अनुसार, हमें अपने घर में एक ही शालिग्राम रखना चाहिए। एक से अधिक कभी भूल कर भी न रखें। शालिग्राम के 33 प्रकारों में से 24वें को भगवान श्री नारायण का निराकार तथा विग्रह रूप माना गया है। जिस घर में शालिग्राम होते हैं वहां कभी भी लोगों पर कोई संकट नहीं आता हैं।

घर में मांस-मदिरा का सेवन न करें

यदि आप अपने घर में शालिग्राम को स्थापित किया है तो आपको मांस-मदिरा का सेवन करने से परहेज करना चाहिए। यदि आप से ऐसा नहीं होता है तो आप कम से कम गुरुवार के दिन ही ऐसी चीजों का बिलकुल भी सेवन न करें। अगर आप से ऐसे नियमों का पालन नहीं कर पा रहे हैं, तो किसी पवित्र नदी में शालिग्राम को प्रवाहित कर दें।

भगवान शालिग्राम की प्रतिदिन करें घर में पूजा

अगर आप अपने घर में शालिग्राम की पूजा करते हैं तो इसे बिलकुल भी न छोड़े। प्रतिदिन इनकी पूजा करें। रोज शालिग्राम को चंदन, मिष्ठान, पुष्प आदि अर्पित कर पूजन करें। और हां प्रसाद में तुलसी का पत्ता भी अर्पित करें। इससे भगवान विष्णु अत्यधिक प्रसन्न होते हैं।

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