Gochar 2021 : न्याय-कर्म के देवता शनि 141 दिनों तक चलेंगे उल्टी चाल, जानें इसका क्या होगा प्रभाव

  • 141 दिनों तक शनि रहेंगे वक्री
  • स्वराशि मकर में उल्टी चाल चलेंगे शानिदेव
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Update: 2021-05-10 02:31 GMT

Gochar 2021 : ज्योतिष के मुताबिक, जब भी शनि ग्रह अपनी चाल बदलते हैं तभी इसका व्यापक असर सभी जातकों पर पड़ता है। शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है। वहीं ऐसी मान्यता है कि, शनिदेव कर्मों के हिसाब से सभी लोगों को फल देते हैं। 23 मई से शनिदेव व्रकी होने जा रहे हैं। इसका मतलब है कि शनि की चाल उल्टी हो जाएगी। ऐसी स्थिति में शनिदेव खुद पीड़ित हो जाते हैं और शुभ फल नहीं दे पाते। 23 मई 2021, रविवार दोपहर 02 बजकर 50 मिनट पर शानि अपनी ही राशि मकर में वक्री हो जाएंगे और उल्टी चाल चलने लगेंगे। शनि 141 दिन यानी करीब पांच महीने तक वक्री अवस्था में रहेंगे। 11 अक्टूबर 2021 को सुबह 07 बजकर 44 मिनट पर शनि फिर मार्गी हो जाएंगे, यानी शनि फिर से सीधी चाल चलने लगेंगे। ज्योतिष में शनि को पापी ग्रह के नाम से भी जाना जाता है। शनि के अशुभ प्रभावों से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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शनि के वक्री होने से सभी राशियां प्रभावित होती हैं, लेकिन जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है, उनपर शनि का अधिक प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष के मुताबिक, इन राशियों को 23 मई 2021 से 141 दिन तक विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ज्योतिष में शनि के वक्री होने को शुभ नहीं माना गया है और यह कहा गया है कि -"शनि वक्रे च दुर्भिक्षं रूण्डमुण्डा च मेदिनी और शनि वक्रे जने पीड़ा।" जिसका अर्थ यह है कि शनि के वक्री होने पर प्रजा रोग व पीड़ा का शिकार होती है। शनि के वक्री होने से कई लोगों को नुकसान हो सकता है। शनिदेव वक्री होने पर धन में कमी लाते हैं व धन हानि कराते हैं। जॉब और बिजनेस में दिक्कतें पैदा करते हैं।

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ज्योतिष में शनि को न्याय का कारक ग्रह माना गया है। शनि के वक्री होने का सबसे ज्यादा असर उन राशि के जातकों पर पड़ेगा। जिन राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही होगी। अगर आपकी कुंडली में शनि अशुभ भाव में बैठा है। तब आपको इसका कष्ट देखने को मिलेगा वहीं अगर आपकी कुंडली में शनि शुभ भाव में है तो आपको इसका अशुभ असर देखने को नहीं मिलेगा। वर्तमान दौर में धनु, मकर और कुंभ राशियों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। शनि की उल्टी चाल का सबसे ज्यादा प्रभाव भी इन तीनों राशियों पर पड़ेगा। इन तीनों राशि के जातकों को शनि की उल्टी चाल के दौरान कोई नया काम नहीं शुरू करना चाहिए और साथ ही धन निवेश से भी बचना चाहिए। वहीं 2 अन्य राशि मिथुन और तुला पर शनि की ढैय्या चल रही है। ऐसे में शनि के वक्री होने पर कुल पांच राशियों पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा।

मिथुन और तुला राशि वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है। इन्हें भी अगले पांच महीने सावधान रहने की जरूरत है। शनि की उल्टी चाल के दौरान इन दो राशि के लोगों को मानसिक तनाव हो सकता है। साथ ही जीवन में उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि कई बार बहुत ज्यादा मेहनत करने के बाद भी आपको सफलता न मिले।

(Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Haribhoomi.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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